धारा 177 आईपीसी - IPC 177 in Hindi - सजा और जमानत - झूठी सूचना देना।

अपडेट किया गया: 01 Mar, 2024
एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा


LawRato

विषयसूची

  1. धारा 177 का विवरण
  2. धारा 177 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

धारा 177 का विवरण

भारतीय दंड संहिता की धारा 177 के अनुसार जो भी कोई किसी लोक सेवक को ऐसे लोक सेवक के नाते किसी विषय पर सूचना देने के लिए वैध रूप से आबद्ध होते हुए उस विषय पर सच्ची सूचना के रूप में ऐसी सूचना देगा जिसका असत्य होना वह जानता है या जिसके निराधार होने का विश्वास करने का कारण उसके पास है, तो उसे किसी एक अवधि के लिए सादा कारावास से जिसे छह महीने तक बढ़ाया जा सकता है, या एक हजार रुपए तक का आर्थिक दण्ड से या दोनों से दण्डित किया जाएगा,
अथवा, यदि वह सूचना, जिसे देने के लिए वह वैध रूप से आबद्ध हो कोई अपराध किए जाने के विषय में हो, या किसी अपराध के किए जाने का निवारण करने के प्रयोजन से, या किसी अपराधी को पकड़ने के लिए अपेक्षित हो, तो उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास से जिसे दो वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है, या आर्थिक दण्ड से या दोनों से दण्डित किया जाएगा।

लागू अपराध
जानबूझ कर एक लोक सेवक तो झूठी सूचना देना।
सजा - छह महीने सादा कारावास या आर्थिक दण्ड या दोनों।
यह एक जमानती, गैर-संज्ञेय अपराध है और किसी भी मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय है।

यदि सूचना कोई अपराध किए जाने आदि के विषय में हो।
सजा - दो वर्ष कारावास या आर्थिक दण्ड या दोनों।
यह एक जमानती, गैर-संज्ञेय अपराध है और किसी भी मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय है।

यह अपराध समझौता करने योग्य नहीं है।

Offence : एक लोक सेवक को जानबूझकर गलत जानकारी प्रस्तुत करना


Punishment : 6 महीने या जुर्माना या दोनों


Cognizance : असंज्ञेय


Bail : जमानती


Triable : किसी भी मजिस्ट्रेट



Offence : यदि आवश्यक जानकारी एक अपराध, आदि के कमीशन का सम्मान करती है


Punishment : 2 साल या जुर्माना या दोनों


Cognizance : असंज्ञेय


Bail : जमानती


Triable : किसी भी मजिस्ट्रेट





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IPC धारा 177 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न


आई. पी. सी. की धारा 177 के तहत क्या अपराध है?

आई. पी. सी. धारा 177 अपराध : एक लोक सेवक को जानबूझकर गलत जानकारी प्रस्तुत करना



आई. पी. सी. की धारा 177 के मामले की सजा क्या है?

आई. पी. सी. की धारा 177 के मामले में 6 महीने या जुर्माना या दोनों का प्रावधान है।



आई. पी. सी. की धारा 177 संज्ञेय अपराध है या गैर - संज्ञेय अपराध?

आई. पी. सी. की धारा 177 असंज्ञेय है।



आई. पी. सी. की धारा 177 के अपराध के लिए अपने मामले को कैसे दर्ज करें?

आई. पी. सी. की धारा 177 के मामले में बचाव के लिए और अपने आसपास के सबसे अच्छे आपराधिक वकीलों की जानकारी करने के लिए LawRato का उपयोग करें।



आई. पी. सी. की धारा 177 जमानती अपराध है या गैर - जमानती अपराध?

आई. पी. सी. की धारा 177 जमानती है।



आई. पी. सी. की धारा 177 के मामले को किस न्यायालय में पेश किया जा सकता है?

आई. पी. सी. की धारा 177 के मामले को कोर्ट किसी भी मजिस्ट्रेट में पेश किया जा सकता है।