IPC 394 in Hindi - धारा 394 क्या है सजा, जमानत और बचाव की जानकारी

अपडेट किया गया: 01 Apr, 2024
एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा


LawRato

दोस्तों अक्सर आपने देखा या सुना होगा की किसी व्यक्ति को कुछ बदमाशों ने बन्दूक (Gun) या चाकू (Knife) दिखाकर उनसे उनका सारा सामान लूट लिया और यदि वो व्यक्ति अपना बचाव करता है तो उसके साथ मारपीट भी की जाती है। आजकल ऐसे गैरकानूनी अपराध तकरीबन हर राज्य हर शहर में देखने को मिल रहे है। इसीलिए ऐसे अपराधों को देखते हुए आईपीसी की धारा के तहत कुछ कानून बनाए गए है तो आज के Article में हम बात करेंगे भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत आने वाली IPC की धारा 394 के बारे में की धारा 394 क्या है (IPC Section 394 in Hindi)? ये धारा कब और किस अपराध में लगती है? धारा 394 के मामले में सज़ा और जमानत का लय प्रावधान है?

आज के आर्टिकल में हम भारतीय दंड संहिता की इस धारा से संबंधित सारी आवश्यक जानकारी आपको देंगे अगर आप इस आईपीसी सेक्शन के बारे में सम्पूर्ण जानकारी विस्तार से जानना चाहते है तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़े।


धारा 394 क्या है कब लगती है - IPC Section 394 in Hindi

भारतीय दंड संहिता की धारा 394 के अनुसार यदि कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति को लूटने की कोशिश करते हुए चोट पहुँचाता है तो ऐसा करने वाले व्यक्ति पर IPC Section 394 के तहत मुकदमा (Court Case) दर्ज किया जाता है। आइए इसे आसान भाषा में विस्तार से जानते है

चोट दो तरह की होती है एक तो गंभीर तरह की चोट एक कम गंभीर चोट। लूटते समय छीना झपटी के दौरान सामान्य चोट लग जाना या उस व्यक्ति को धक्का दे देना, इस तरह की जो चोट होती है वो कम गंभीर चोट होती है।

लेकिन बहुत बार ऐसा देखा जाता है कि जिसके साथ लूटपाट हो रही होती है वो व्यक्ति अपना बचाव करता है तो अपराधी उसे चाकू या अन्य हथियार (weapon) से गंभीर चोट भी मार देता है इस धारा के तहत लूट करते वक्त चाहे कितने भी आदमी हो लेकिन जिस अपराधी ने उस व्यक्ति को चोट पहुँचाई है केवल उस व्यक्ति को लूटपाट करते हुए चोट पहुँचाने की धारा 394 के तहत सजा मिलती है।

Note:- यदि कोई व्यक्ति लूटपाट करता है तो उस व्यक्ति पर लूटपाट की धारा 392 के तहत सजा मिलती है लेकिन अगर कोई व्यक्ति लूटपाट करते हुए सामने वाले व्यक्ति को(जिसके साथ लूटपाट हो रही है) चोट पहुँचाता है तो लूटपाट के दौरान चोट पहुँचाने के जुर्म में धारा 394 के तहत सजा का प्रावधान है यदि आप लूटपाट की धारा के बारे में विस्तार से जानना चाहते है तो आप हमारे धारा 392 क्या है - सजा और जमानत का प्रावधान लेख को पढ़ सकते है।


आईपीसी धारा 394 और 392 का उदाहरण

एक बार रवि अपनी कार से घर जा रहा था कि रास्ते में कुछ लोग लूटपाट-के इरादे से उसकी गाड़ी को रोक लेते है और उसे उसका सारा सामान देने को बोलते है लेकिन रवि उनसे अपना बचाव करने की कोशिश करता है तो एक अपराधी रवि को चाकू मार देता है जिससे रवि को चोट लग जाती है रवि इसकी शिकायत पुलिस में करता है तो पुलिस उन अपराधियों के खिलाफ धारा 392 के तहत लूटपाट और धारा 394 के तहत लूटपाट के दौरान मारपीट की FIR दर्ज कर कार्यवाही करती है।


धारा 394 में सजा - IPC 394 Punishment in Hindi

आई. पी. सी की धारा 394 के अनुसार यदि कोई व्यक्ति लूटपाट के दौरान दूसरे व्यक्ति को सामान्य चोट या गंभीर चोट मार देता है तो पीड़ित व्यक्ति कि शिकायत पर मुकदमा दर्ज होने के बाद अगर आरोपी न्यायालय द्वारा दोषी पाया जाता है तो दोषी व्यक्ति को 10 वर्ष की कठोर कारावास (jail) से लेकर आजीवन कारावास (life imprisonment) व जुर्माने से दंडित किया जा सकता है है।


IPC 394 में जमानत (Bail) कब और कैसे मिलती है

भारतीय दंड संहिता की धारा 394 के तहत आने वाला यह एक संज्ञेय अपराध (Cognizable Crime) की श्रेणी में आता है जिसमें आरोपी व्यक्ति को पुलिस बिना किसी वारंट के गिरफ्तार कर सकती है और यह अपराध गैर-जमानतीय (Non-bailable) होता है इसलिए इस केस में आरोपी को जमानत मिलना बहुत मुश्किल हो जाता है जो कि केवल प्रथम श्रेणी के मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय होता है और यह अपराध किसी भी प्रकार के समझौते (Compromise) के लायक नहीं होता।

ऐसे केस में आपको एक ईमानदार और अनुभवी वकील की सहायता लेनी चाहिए जो आपको निर्दोष साबित करके जमानत दिलवाने की पूरी कोशिश करेगा। इसलिए हमेशा ऐसे मामलों में अच्छे से सोच विचार करके किसी अनुभवी वकील (lawyer) का चुनाव करें। और भविष्य में कभी ऐसा अपराध ना करेँ।


धारा 394 में बचाव के लिए सावधानियाँ रखने योग्य बातेँ।

किसी भी व्यक्ति को अपने जीवन में कोई भी ऐसा कार्य नहीं करना चाहिए जिसकी वजह से बाद में जीवन भर परेशान होना पड़े और बहुत बार कुछ लोग निर्दोष होते हुए भी ऐसे अपराधों में फंस जाते है क्योंकि उन्हें इन अपराधों के बारें में जागरुकता नहीं होती तो आइए जानते है कुछ ऐसी ही जरुरी बातों के बारें में जिससें धारा 394 से बचाव हो सके।

  • यदि किसी के साथ लूटपाट होती है तो हमेशा सावधानी रखे अगर लूटपाट कर रहे अपराधी के पास कोई खतरनाक हथियार है तो उनसे लड़ने की कोशिश ना करें।
  • रात के समय किसी सुनशान रास्तों से जाने से बचें। व अपनी लाईव लोकेशन (live location) अपने परिवार के किसी सदस्य को मोबाइल के जरिए जरुर भेज दे।
  • अगर कोई दिन या रात के समय गाड़ी रुकवाता है तो गाड़ी कभी ना रोकें, नहीं तो आपके साथ भी लूट-पाट हो सकती है।
  • कभी भी किसी व्यक्ति से रात के समय खुद भी लिफ्ट ना लें ऐसा करने से लोग आप पर ही लूटपाट करने का आरोप लगा सकते है।
  • अगर कभी आप के साथ कभी गाड़ी की या किसी अन्य सामान की लूटपाट हुई है और आपका फोन आपके पास ही रह गया है तो तुरन्त इसकी सूचना पुलिस को 100 न0 पर दे।

बहुत बार देखने को मिलता है कि कुछ लोग निर्दोष होते है लेकिन किसी और के लगाए गए झूठे आरोपों के कारण फंस जाते है तो ऐसे में घबराए नहीं, हमारे अनुभवी वकील की सहायता ले सकते है जो आपको इस समस्या से आसानी से निकाल देगा।

Offence : व्यक्ति स्वेच्छा से करने या डकैती करने के प्रयास में चोट के कारण, या किसी अंय व्यक्ति को संयुक्त रूप से इस तरह की डकैती में संबंधित


Punishment : आजीवन कारावास या 10 साल के लिए कठोर कारावास + जुर्माना


Cognizance : संज्ञेय


Bail : गैर जमानतीय


Triable : प्रथम श्रेणी का मजिस्ट्रेट





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IPC धारा 394 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न


आई. पी. सी. की धारा 394 के तहत क्या अपराध है?

आई. पी. सी. धारा 394 अपराध : व्यक्ति स्वेच्छा से करने या डकैती करने के प्रयास में चोट के कारण, या किसी अंय व्यक्ति को संयुक्त रूप से इस तरह की डकैती में संबंधित



आई. पी. सी. की धारा 394 के मामले की सजा क्या है?

आई. पी. सी. की धारा 394 के मामले में आजीवन कारावास या 10 साल के लिए कठोर कारावास + जुर्माना का प्रावधान है।



आई. पी. सी. की धारा 394 संज्ञेय अपराध है या गैर - संज्ञेय अपराध?

आई. पी. सी. की धारा 394 संज्ञेय है।



आई. पी. सी. की धारा 394 के अपराध के लिए अपने मामले को कैसे दर्ज करें?

आई. पी. सी. की धारा 394 के मामले में बचाव के लिए और अपने आसपास के सबसे अच्छे आपराधिक वकीलों की जानकारी करने के लिए LawRato का उपयोग करें।



आई. पी. सी. की धारा 394 जमानती अपराध है या गैर - जमानती अपराध?

आई. पी. सी. की धारा 394 गैर जमानतीय है।



आई. पी. सी. की धारा 394 के मामले को किस न्यायालय में पेश किया जा सकता है?

आई. पी. सी. की धारा 394 के मामले को कोर्ट प्रथम श्रेणी का मजिस्ट्रेट में पेश किया जा सकता है।