धारा 125 आईपीसी - IPC 125 in Hindi - सजा और जमानत - भारत सरकार से मैत्री संबंध रखने वाली किसी एशियाई शक्ति के विरुद्ध युद्ध करना

अपडेट किया गया: 01 Mar, 2024
एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा


LawRato

धारा 125 का विवरण

भारतीय दंड संहिता की धारा 125 के अनुसार

जो कोई 7[भारत सरकार] से मैत्री का या शांति का संबंध रखने वाली किसी एशियाई शक्ति की सरकार के विरुद्ध युद्ध करेगा या ऐसा युद्ध करने का प्रयत्न करेगा, या ऐसा युद्ध करने के लिए दुष्प्रेरण करेगा, वह 8[आजीवन कारावास] से, जिसमें जुर्माना जोड़ा जा सकेगा या दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि सात वर्ष तक की हो सकेगी, जिसमें जुर्माना जोड़ा जा सकेगा या जुर्माने से दंडित किया जाएगा ।


भारतीय दंड संहिता की धारा 125

भारतीय दंड संहिता की धारा 125 के अनुसार, जो कोई 7[भारत सरकार] से मैत्री का या शांति का संबंध रखने वाली किसी एशियाई शक्ति की सरकार के विरुद्ध युद्ध करेगा या ऐसा युद्ध करने का प्रयत्न करेगा, या ऐसा युद्ध करने के लिए दुष्प्रेरण करेगा, वह 8[आजीवन कारावास] से, जिसमें जुर्माना जोड़ा जा सकेगा या दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि सात वर्ष तक की हो सकेगी, जिसमें जुर्माना जोड़ा जा सकेगा या जुर्माने से दंडित किया जाएगा ।


क्या होती है भारतीय दंड संहिता की धारा 125?

इस विशेष धारा का उद्देश्य भारत देश की सरकार के साथ किसी अन्य देश की सरकार के मैत्री संबंधों को और अधिक गहरा बनाने के लिए ऐसे अपराधियों को उचित कारावास का दंड देने के साथ - साथ आर्थिक दंड का प्रावधान करना है। यदि कोई व्यक्ति किसी ऐसे देश के खिलाफ युद्ध करने का प्रयत्न कर रहा है, या युद्ध करने का दुष्प्रेरण कर रहा है, या युद्ध कर रहा है, जो एशिया में आता है, और उसके भारत देश की सरकार के साथ मैत्री सम्बन्ध हैं।


भारतीय दंड संहिता की धारा 125 के लिए आवश्यक तत्व

भारतीय दंड संहिता की धारा 125 के लिए कोई खास तत्व नहीं बताये गए हैं, फिर भी इस धारा की पूर्ति के लिए किसी व्यक्ति का ऐसे किसी एशियाई देश की सरकार के खिलाफ किसी प्रकार के युद्ध करने का प्रयास करना होता है, जिसका भारत देश की सरकार के साथ मैत्री सम्बन्ध हों।


धारा 125 के लिए सजा का प्रावधान

उस व्यक्ति को जिसने भारतीय दंड संहिता की धारा 125 के तहत अपराध किया है, उसे इस संहिता के अंतर्गत कारावास की सजा का प्रावधान किया गया है, जिसकी समय सीमा को 7 वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है, और इस अपराध में आर्थिक दंड का प्रावधान किया गया है, जो कि न्यायालय आरोप की गंभीरता और आरोपी के इतिहास के अनुसार निर्धारित करता है।


धारा 125 में वकील की जरुरत क्यों होती है?

भारतीय दंड संहिता में धारा 125 का अपराध बहुत ही गंभीर और बड़ा माना जाता है, क्योंकि इस धारा के अंतर्गत अपने देश के अन्य देशों के साथ मैत्री संबंधों को बिगाड़ने की बात आती है, जिसमें इस अपराध के दोषी को धारा 125 के अनुसार उस अपराध की सजा दी जाती है, जो अपराधी देश के मैत्री संबंधों को खराब करने का अपराध करता है। ऐसे अपराध से किसी भी आरोपी का बच निकलना बहुत ही मुश्किल हो जाता है, इसमें आरोपी को निर्दोष साबित कर पाना बहुत ही कठिन हो जाता है। ऐसी विकट परिस्तिथि से निपटने के लिए केवल एक वकील ही ऐसा व्यक्ति हो सकता है, जो किसी भी आरोपी को बचाने के लिए उचित रूप से लाभकारी सिद्ध हो सकता है, और अगर वह वकील अपने क्षेत्र में निपुण वकील है, तो वह आरोपी को उसके आरोप से मुक्त भी करा सकता है। और किसी एशियाई देश की सरकार के खिलाफ युद्ध करने के प्रयत्न के अपराध करने जैसे मामलों में ऐसे किसी वकील को नियुक्त करना चाहिए जो कि ऐसे मामलों में पहले से ही पारंगत हो, और धारा 125 जैसे मामलों को उचित तरीके से सुलझा सकता हो। जिससे आपके केस को जीतने के अवसर और भी बढ़ सकते हैं।

Offence : भारत सरकार के साथ गठजोड़ या शांति में किसी भी एशियाई शक्ति के खिलाफ युद्ध छेड़ना, या इस तरह के युद्ध को खत्म करना


Punishment : आजीवन कारावास + जुर्माना या 7 साल + जुर्माना या जुर्माना


Cognizance : संज्ञेय


Bail : गैर जमानतीय


Triable : सत्र न्यायालय





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IPC धारा 125 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न


आई. पी. सी. की धारा 125 के तहत क्या अपराध है?

आई. पी. सी. धारा 125 अपराध : भारत सरकार के साथ गठजोड़ या शांति में किसी भी एशियाई शक्ति के खिलाफ युद्ध छेड़ना, या इस तरह के युद्ध को खत्म करना



आई. पी. सी. की धारा 125 के मामले की सजा क्या है?

आई. पी. सी. की धारा 125 के मामले में आजीवन कारावास + जुर्माना या 7 साल + जुर्माना या जुर्माना का प्रावधान है।



आई. पी. सी. की धारा 125 संज्ञेय अपराध है या गैर - संज्ञेय अपराध?

आई. पी. सी. की धारा 125 संज्ञेय है।



आई. पी. सी. की धारा 125 के अपराध के लिए अपने मामले को कैसे दर्ज करें?

आई. पी. सी. की धारा 125 के मामले में बचाव के लिए और अपने आसपास के सबसे अच्छे आपराधिक वकीलों की जानकारी करने के लिए LawRato का उपयोग करें।



आई. पी. सी. की धारा 125 जमानती अपराध है या गैर - जमानती अपराध?

आई. पी. सी. की धारा 125 गैर जमानतीय है।



आई. पी. सी. की धारा 125 के मामले को किस न्यायालय में पेश किया जा सकता है?

आई. पी. सी. की धारा 125 के मामले को कोर्ट सत्र न्यायालय में पेश किया जा सकता है।