धारा 473 आईपीसी - IPC 473 in Hindi - सजा और जमानत - अन्यथा दण्डनीय कूटरचना करने के आशय से कूटकॄत मुद्रा, आदि का बनाना या कब्जे में रखना

अपडेट किया गया: 01 Mar, 2024
एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा


LawRato

विषयसूची

  1. धारा 473 का विवरण
  2. धारा 473 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

धारा 473 का विवरण

भारतीय दंड संहिता की धारा 473 के अनुसार जो कोई किसी मुद्रा, पट्टी या छाप लगाने के अन्य उपकरण को इस आशय से बनाएगा या उसकी कूटकॄति करेगा, कि उसे कोई ऐसी कूटरचना करने के प्रयोजन के लिए उपयोग में लाया जाए, जो धारा 467 से भिन्न इस अध्याय की किसी धारा के अधीन दण्डनीय है, या इस आशय से किसी ऐसी मुद्रा, पट्टी या अन्य उपकरण को, उसे कूटकॄत जानते हुए अपने कब्जे में रखेगा, वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि सात वर्ष तक की हो सकेगी, दण्डित किया जाएगा और जुर्माने से भी दण्डनीय होगा ।

Offence : भारतीय दंड संहिता की धारा 467 के तहत अन्यथा जालसाजी करने या ऐसी किसी सील प्लेट आदि को रखने के इरादे से मुहर, प्लेट आदि बनाना या जालसाजी करना, इसे नकली होने के लिए जानते हुए भी


Punishment : 7 साल + जुर्माना


Cognizance : संज्ञेय


Bail : जमानतीय


Triable : प्रथम श्रेणी का मजिस्ट्रेट





आईपीसी धारा 473 शुल्कों के लिए सर्व अनुभवी वकील खोजें

IPC धारा 473 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न


आई. पी. सी. की धारा 473 के तहत क्या अपराध है?

आई. पी. सी. धारा 473 अपराध : भारतीय दंड संहिता की धारा 467 के तहत अन्यथा जालसाजी करने या ऐसी किसी सील प्लेट आदि को रखने के इरादे से मुहर, प्लेट आदि बनाना या जालसाजी करना, इसे नकली होने के लिए जानते हुए भी



आई. पी. सी. की धारा 473 के मामले की सजा क्या है?

आई. पी. सी. की धारा 473 के मामले में 7 साल + जुर्माना का प्रावधान है।



आई. पी. सी. की धारा 473 संज्ञेय अपराध है या गैर - संज्ञेय अपराध?

आई. पी. सी. की धारा 473 संज्ञेय है।



आई. पी. सी. की धारा 473 के अपराध के लिए अपने मामले को कैसे दर्ज करें?

आई. पी. सी. की धारा 473 के मामले में बचाव के लिए और अपने आसपास के सबसे अच्छे आपराधिक वकीलों की जानकारी करने के लिए LawRato का उपयोग करें।



आई. पी. सी. की धारा 473 जमानती अपराध है या गैर - जमानती अपराध?

आई. पी. सी. की धारा 473 जमानतीय है।



आई. पी. सी. की धारा 473 के मामले को किस न्यायालय में पेश किया जा सकता है?

आई. पी. सी. की धारा 473 के मामले को कोर्ट प्रथम श्रेणी का मजिस्ट्रेट में पेश किया जा सकता है।