धारा 401 आईपीसी - IPC 401 in Hindi - सजा और जमानत - चोरों के गिरोह का होने के लिए दण्ड।

अपडेट किया गया: 01 Mar, 2024
एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा


LawRato

विषयसूची

  1. धारा 401 का विवरण
  2. धारा 401 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

धारा 401 का विवरण

भारतीय दंड संहिता की धारा 401 के अनुसार जो कोई इस अधिनियम के पारित होने के पश्चात् किसी भी समय ऐसे व्यक्तियों की किसी घूमते-फिरते या अन्य गिरोह का होगा जो, अभ्यासतः चोरी या लूट करने के प्रयोजन से सहयुक्त हों और वह गिरोह ठगों या डाकुओं का गिरोह न हो, तो उसे किसी एक अवधि के लिए कठोर कारावास जिसे सात वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है से दण्डित किया जाएगा और साथ ही वह आर्थिक दण्ड के लिए भी उत्तरदायी होगा।

लागू अपराध
अभ्यासतः चोरी या लूट करने के प्रयोजन से सहयुक्त घूमते-फिरते व्यक्तियों के गिरोह से संबद्ध होना।
सजा - सात वर्ष कठोर कारावास + आर्थिक दण्ड।
यह एक गैर-जमानती, संज्ञेय अपराध है और प्रथम श्रेणी के न्यायाधीश द्वारा विचारणीय है।

यह समझौता करने योग्य नहीं है।

Offence : आदतन चोरी करने के उद्देश्य से जुड़े व्यक्तियों के एक भटक गिरोह से संबंधित


Punishment : 7 साल के लिए कठोर कारावास + जुर्माना


Cognizance : संज्ञेय


Bail : गैर जमानतीय


Triable : प्रथम श्रेणी का मजिस्ट्रेट





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IPC धारा 401 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न


आई. पी. सी. की धारा 401 के तहत क्या अपराध है?

आई. पी. सी. धारा 401 अपराध : आदतन चोरी करने के उद्देश्य से जुड़े व्यक्तियों के एक भटक गिरोह से संबंधित



आई. पी. सी. की धारा 401 के मामले की सजा क्या है?

आई. पी. सी. की धारा 401 के मामले में 7 साल के लिए कठोर कारावास + जुर्माना का प्रावधान है।



आई. पी. सी. की धारा 401 संज्ञेय अपराध है या गैर - संज्ञेय अपराध?

आई. पी. सी. की धारा 401 संज्ञेय है।



आई. पी. सी. की धारा 401 के अपराध के लिए अपने मामले को कैसे दर्ज करें?

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आई. पी. सी. की धारा 401 जमानती अपराध है या गैर - जमानती अपराध?

आई. पी. सी. की धारा 401 गैर जमानतीय है।



आई. पी. सी. की धारा 401 के मामले को किस न्यायालय में पेश किया जा सकता है?

आई. पी. सी. की धारा 401 के मामले को कोर्ट प्रथम श्रेणी का मजिस्ट्रेट में पेश किया जा सकता है।