धारा 336 आईपीसी - IPC 336 in Hindi - सजा और जमानत - दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को ख़तरा पहुँचाने वाला कार्य।

अपडेट किया गया: 01 Dec, 2024
एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा


LawRato

विषयसूची

  1. धारा 336 का विवरण
  2. धारा 336 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

धारा 336 का विवरण

भारतीय दंड संहिता की धारा 336 के अनुसार जो कोई भी उतावलेपन या उपेक्षापूर्वक ऐसा कोई कार्य करे, जिससे मानव जीवन या किसी की व्यक्तिगत सुरक्षा को ख़तरा हो, तो उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास जिसे तीन महीने तक बढ़ाया जा सकता है, या आर्थिक दण्ड जो ढ़ाई सौ रुपए तक हो सकता है, या दोनों से दण्डित किया जाएगा।

लागू अपराध
दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को ख़तरा पहुँचाने वाला कार्य कारित करना।
सजा - तीन महीने कारावास या ढ़ाई सौ रुपए आर्थिक दण्ड या दोनों।
यह एक जमानती, संज्ञेय अपराध है और किसी भी मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय है।

यह समझौता करने योग्य नहीं है।

Offence : कोई भी कार्य करना जो मानव जीवन या दूसरों की व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालता है


Punishment : 3 महीने या जुर्माना या दोनों


Cognizance : संज्ञेय


Bail : जमानतीय


Triable : कोई भी मजिस्ट्रेट



आईपीसी धारा 336 को बीएनएस धारा 125 में बदल दिया गया है।



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IPC धारा 336 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न


आई. पी. सी. की धारा 336 के तहत क्या अपराध है?

आई. पी. सी. धारा 336 अपराध : कोई भी कार्य करना जो मानव जीवन या दूसरों की व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालता है



आई. पी. सी. की धारा 336 के मामले की सजा क्या है?

आई. पी. सी. की धारा 336 के मामले में 3 महीने या जुर्माना या दोनों का प्रावधान है।



आई. पी. सी. की धारा 336 संज्ञेय अपराध है या गैर - संज्ञेय अपराध?

आई. पी. सी. की धारा 336 संज्ञेय है।



आई. पी. सी. की धारा 336 के अपराध के लिए अपने मामले को कैसे दर्ज करें?

आई. पी. सी. की धारा 336 के मामले में बचाव के लिए और अपने आसपास के सबसे अच्छे आपराधिक वकीलों की जानकारी करने के लिए LawRato का उपयोग करें।



आई. पी. सी. की धारा 336 जमानती अपराध है या गैर - जमानती अपराध?

आई. पी. सी. की धारा 336 जमानतीय है।



आई. पी. सी. की धारा 336 के मामले को किस न्यायालय में पेश किया जा सकता है?

आई. पी. सी. की धारा 336 के मामले को कोर्ट कोई भी मजिस्ट्रेट में पेश किया जा सकता है।