धारा 238 आईपीसी - IPC 238 in Hindi - सजा और जमानत - भारतीय सिक्के की कूटकॄतियों का आयात या निर्यात
अपडेट किया गया: 01 Dec, 2024एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा
धारा 238 का विवरण
भारतीय दंड संहिता की धारा 238 के अनुसार जो कोई किसी कूटकॄत सिक्के को, यह जानते हुए या विश्वास करने का कारण रखते हुए कि वह 3[भारतीय सिक्के] की कूटकॄति है, 1[भारत] में आयात करेगा या 1[भारत] से निर्यात करेगा, वह 4[आजीवन कारावास] से, या दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि दस वर्ष तक की हो सकेगी, दंडित किया जाएगा और जुर्माने से भी दंडनीय होगा ।अपराध | सजा | संज्ञेय | जमानत | विचारणीय |
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भारतीय सिक्के के नकली का आयात या निर्यात, इसे जानते हुए भी नकली | आजीवन कारावास या 10 साल + जुर्माना | संज्ञेय | गैर जमानतीय | सत्र न्यायालय |
Offence : भारतीय सिक्के के नकली का आयात या निर्यात, इसे जानते हुए भी नकली
Punishment : आजीवन कारावास या 10 साल + जुर्माना
Cognizance : संज्ञेय
Bail : गैर जमानतीय
Triable : सत्र न्यायालय
IPC धारा 238 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
आई. पी. सी. की धारा 238 के तहत क्या अपराध है?
आई. पी. सी. धारा 238 अपराध : भारतीय सिक्के के नकली का आयात या निर्यात, इसे जानते हुए भी नकली
आई. पी. सी. की धारा 238 के मामले की सजा क्या है?
आई. पी. सी. की धारा 238 के मामले में आजीवन कारावास या 10 साल + जुर्माना का प्रावधान है।
आई. पी. सी. की धारा 238 संज्ञेय अपराध है या गैर - संज्ञेय अपराध?
आई. पी. सी. की धारा 238 संज्ञेय है।
आई. पी. सी. की धारा 238 के अपराध के लिए अपने मामले को कैसे दर्ज करें?
आई. पी. सी. की धारा 238 के मामले में बचाव के लिए और अपने आसपास के सबसे अच्छे आपराधिक वकीलों की जानकारी करने के लिए LawRato का उपयोग करें।
आई. पी. सी. की धारा 238 जमानती अपराध है या गैर - जमानती अपराध?
आई. पी. सी. की धारा 238 गैर जमानतीय है।
आई. पी. सी. की धारा 238 के मामले को किस न्यायालय में पेश किया जा सकता है?
आई. पी. सी. की धारा 238 के मामले को कोर्ट सत्र न्यायालय में पेश किया जा सकता है।