IPC 510 in Hindi - धारा 510 क्या है कब लगती है - सजा और जमानत

अपडेट किया गया: 01 Apr, 2024
एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा


LawRato

दोस्तों जैसा कि आप सभी को पता है शराब का सेवन करना हमारे शरीर के लिए कितना खतरनाक हो सकता है, इसके बावजूद भी लोग शराब पीने से नहीं मानते। शराब पीकर वाहन चलाने के कारण बहुत से लोग सड़क दुर्घटना में अपनी जान गवा बैठते है। इन्हीं सब हादसों को रोकने के लिए कुछ कानून (Law) बनाए गए है। इसलिए आज के लेख में हम भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत आने वाले एक ऐसे ही कानून की धारा के बात करेंगे कि IPC की धारा 510 क्या है (IPC 510 in Hindi), ये कब लगती है? धारा 510 के मामले में सजा और जमानत कैसे मिलती है?

जब भी हम अपने दोस्तों के साथ किसी पार्टी में जाते है तो कभी-कभी वहाँ थोड़ी शराब का सेवन कर लेते है। जिसके बाद कुछ लोग शराब पीकर खुद से कंट्रोल खो देते है। इस प्रकार का कार्य करना आपको कैसे जेल भेज सकता है, आज हम इसी विषय पर विस्तार से जानेंगे, इसलिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़े।

धारा 510 क्या है कब लगती है – IPC Section 510 in Hindi

भारतीय दंड संहिता की धारा 510 में बताई गई बातों अनुसार यदि कोई व्यक्ति सार्वजनिक जगहों या प्रतिबंधित जगहों पर शराब पीता है। शराब पीकर नशे की हालत में किसी ऐसे स्थान पर जाता है जहाँ शराब पीकर जाना पूरी तरह से प्रतिबंधित (Restricted) होता है, और शराब पीकर किसी प्रकार का गलत आचरण करता है (IPC Section 510 - Misconduct in public place by a drunken person), तो उस पर धारा 510 के तहत मुकदमा दर्ज (Court case) कर कार्यवाही की जाती है।

बहुत बार ऐसे मामले देखने को मिलते है जिनमें कुछ लोग शराब पीकर नशे की हालात में गाड़ी में तेज आवाज में गाने चलाकर हुड़दंग मचाते है, इस प्रकार के गलत आचरण करने वाले लोगों पर भी IPC Section 510 लागू की जा सकती है।


IPC Section 510 Crime Example

एक दिन रमेश और सुरेश नाम के दो दोस्त शराब पीने के लिए एक सार्वजनिक पार्क में बैठ जाते है। कुछ समय तक दोनों वहाँ बैठकर शराब का सेवन करते रहते है, पार्क में आने वाले लोग उनको यह सब हरकत करते हुए देख रहे थे।

शराब पीने के थोड़ी ही देर बाद रमेश व सुरेश दोनों को बहुत ज्यादा नशा हो जाता है, जिसके बाद दोनों वही पर अपनी गाड़ी के दरवाजे खोलकर तेज आवाज में गाने चलाकर नाचने गाने लग जाते है। यह सब देखकर आस-पास के लोग पुलिस को फोन कर देते है, कुछ ही देर बाद पुलिस वहाँ आ जाती है और दोनों को अपने साथ ले जाकर उन पर आई पी सी की धारा 510 के तहत कार्यवाही करती है।

धारा 510 में सजा – IPC 510 Punishment in Hindi

IPC Section 510 में दंड के प्रावधान अनुसार जो कोई भी व्यक्ति किसी सार्वजनिक जगह पर शराब पीता है या नशे में धुत होकर हंगामा करता है। उस व्यक्ति को धारा 510 के तहत सजा के तौर पर 24 घंटे की साधारण कारावास व जुर्माने से दंडित किया जा सकता है।

लेकिन यदि शराब के नशे में धुत होकर वो व्यक्ति कोई अन्य गंभीर अपराध (Serious Crime) करता है, तो उस पर IPC की अन्य धाराओं के तहत कार्यवाही कर सजा(Punishment) दी जा सकती है।


IPC 510 में जमानत कब और कैसे मिलती है

भारतीय दंड संहिता के सेक्शन 510 का यह अपराध एक गैर-संज्ञेय अपराध (Non-bailable offence) की श्रेणी में आता है, यानी यह अन्य अपराधों की तरह ज्यादा गंभीर अपराध नहीं माना जाता है। धारा 510 का यह अपराध एक जमानती अपराध (Bailable offence) होता है, जिसमें आरोपी को आसानी से जमानत मिल जाती है। यह अपराध किसी भी श्रेणी के मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय (Triable) होता है। IPC Section 510 का यह अपराध समझौते (Non Compoundable) के योग्य नहीं होता



शराब पीकर हंगामा करने वाले व्यक्ति की शिकायत कैसे करें?

यदि कोई व्यक्ति आपको शराब पीकर परेशान करता है या लोगों के आने जाने वाली जगह पर सभी के साथ गलत व्यवहार करता है। तो शिकायत (Complaint) करने के लिए इन बातों का ध्यान रखें।

  • ऐसे व्यक्ति की पुलिस में शिकायत करने के लिए पुलिस हैल्पलाइन न0 100 पर फोन करें।
  • पुलिस के आने के बाद सारी घटना का सही जानकारी दे। जैसे समय, स्थान, आरोपी व्यक्ति का नाम (यदि पता हो तो)।
  • इन सब से अलग यदि आपके पास आरोपी व्यक्ति के खिलाफ कोई सबूत है तो वो भी पुलिस को जरुर दिखाए। जैसे फोटो, वीड़ियों आदि।
  • पुलिस को ये सभी जानकारी देने के बाद आगे की कार्यवाही के लिए कहे।

इन्हीं कुछ आसान बातों का ध्यान रख कर आप आरोपी व्यक्ति के खिलाफ कार्यवाही कर सकते है।


नशे की हालत में किए जाने वाले कुछ अन्य अपराध

हमने धारा 510 के अपराध और सजा के बारे में तो बता दिया लेकिन इनसे अलग कुछ बातें भी है जिनका जानना आप सबके लिए बहुत ही जरुरी है। कुछ लोग सोचते है कि इस धारा में सजा बहुत ही कम मिलती है इसलिए वो इस अपराध को आगे भी कर सकते है।

लेकिन शराब का अत्यधिक सेवन करना ना सिर्फ हमारे शरीर के अंगों को खराब करता है बल्कि हमारे लिए अन्य बड़ी मुसीबतों का कारण भी बन सकता है।

शराब के नशे में इंसान का अपने दिमाग व शरीर से नियंत्रण खत्म हो जाता है, जिसके बाद वो अन्य गंभीर अपराध भी कर देता है। जिसके बाद उसे गंभीर अपराध को करने के तहत भी सजा मिल सकती है, और सालों साल जेल में ही रहना पड़ सकता है।

नशे की हालत में होने वाले कुछ और अपराधों के बारे में जानना भी बहुत ही जरुरी है। समाचारों में व सोशल मीड़िया पर ऐसे अपराधों के बारे में बहुत बार देखने व सुनने को मिलता है। आईए जानते है कुछ ऐसे ही अपराध की धाराओ के बारे में।

यदि कोई व्यक्ति सार्वजनिक जगहों पर अश्लील कार्य करने व अश्लील गाने गाने गाता है तो उसे पर धारा 294 का इस्तेमाल किया जा सकता है।

शराब के नशे में होकर यदि आप किसी व्यक्ति का अपमान कर देते है तो आप पर धारा 504 के तहत भी कार्यवाही की जा सकती है।

कुछ मामलों में देखने व सुनने को मिलता है कि किसी व्यक्ति ने शराब के नशे में किसी महिला के साथ बलात्कार कर दिया तो उस व्यक्ति पर धारा 376 रेप की धारा के तहत कार्यवाही की जाती है।

नशे में धुत होकर यदि आप किसी महिला का अपमान कर देते है या उसकी तरफ गलत इशारे करते है तो धारा 509 भी लग सकती है

नशे की हालत में किसी व्यक्ति के साथ झगड़ा करने पर आपराधिक बल की धारा 352 का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।

अकसर देखा जाता है कि शराब पीकर कुछ लोग गाड़ी बहुत तेज चलाते है जिस कारण किसी अन्य व्यक्ति को आप गाड़ी से गंभीर चोट पहुँचा देते है या मार देते है तो आईपीसी सेक्शन 307आईपीसी 302 के तहत भी अपराधी बन सकते है।

ऐसे ही बहुत सारी अन्य धाराए बनाई गई है जिनके अपराधों को लोग शराब के नशे में मानसिक रुक से अनियंत्रित होकर कर देते है। इसलिए शराब का सेवन करने से बचे व अपने जीवन में आनी वाली समस्याओं से खुद का बचाव करें।


धारा 510 के बचाव के लिए कुछ जरुरी बातें

कभी भी किसी सार्वजनिक जगहों या ऐसी जगह जहाँ शराब पीकर जाना प्रतिबंधित है, ऐसी जगहों पर शराब पीकर ना जाएं। जैसे पुजा स्थलों, सरकारी कार्यालयों, हस्पताल, पुलिस स्टेशन इत्यादि।

  • कार में बैठकर शराब ना पीये।
  • शराब पीकर नशे में धुत होकर किसी के साथ भी गलत आचरण ना करें।
  • शराब पीकर नशे में कोई भी वाहन ना चलाएं।
  • नशे में धुत होकर किसी भी महिला के साथ छेड़खानी ना करें।
  • किसी अन्य व्यक्ति की संपत्ति के साथ शराब के नशे में तोड़ फोड़ ना करें।

Offence : नशे की स्थिति में सार्वजनिक स्थान आदि में दिखाई देना, और किसी भी व्यक्ति को झुंझलाहट का कारण बनना


Punishment : 24 घंटे या जुर्माना या दोनों के लिए सरल कारावास


Cognizance : गैर - संज्ञेय


Bail : जमानतीय


Triable : कोई भी मजिस्ट्रेट





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IPC धारा 510 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न


आई. पी. सी. की धारा 510 के तहत क्या अपराध है?

आई. पी. सी. धारा 510 अपराध : नशे की स्थिति में सार्वजनिक स्थान आदि में दिखाई देना, और किसी भी व्यक्ति को झुंझलाहट का कारण बनना



आई. पी. सी. की धारा 510 के मामले की सजा क्या है?

आई. पी. सी. की धारा 510 के मामले में 24 घंटे या जुर्माना या दोनों के लिए सरल कारावास का प्रावधान है।



आई. पी. सी. की धारा 510 संज्ञेय अपराध है या गैर - संज्ञेय अपराध?

आई. पी. सी. की धारा 510 गैर - संज्ञेय है।



आई. पी. सी. की धारा 510 के अपराध के लिए अपने मामले को कैसे दर्ज करें?

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आई. पी. सी. की धारा 510 जमानती अपराध है या गैर - जमानती अपराध?

आई. पी. सी. की धारा 510 जमानतीय है।



आई. पी. सी. की धारा 510 के मामले को किस न्यायालय में पेश किया जा सकता है?

आई. पी. सी. की धारा 510 के मामले को कोर्ट कोई भी मजिस्ट्रेट में पेश किया जा सकता है।