धारा 489ग आईपीसी - IPC 489ग in Hindi - सजा और जमानत - कूटरचित या कूटकॄत करेन्सी नोटों या बैंक नोटों को कब्जे में रखना

अपडेट किया गया: 01 Apr, 2024
एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा


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विषयसूची

  1. धारा 489ग का विवरण

धारा 489ग का विवरण

भारतीय दंड संहिता की धारा 489ग के अनुसार जो कोई किसी कूटरचित या कूटकॄत करेन्सी नोट या बैंक नोट को यह जानते हुए या विश्वास करने का कारण रखते हुए कि वह कूटरचित या कूटकॄत है और यह आशय रखते हुए कि उसे असली के रूप उपयोग में लाए या वह असली के रूप में उपयोग में लाई जा सके, अपने कब्जे में रखेगा, वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि सात वर्ष तक की हो सकेगी या जुर्माने से, या दोनों से, दण्डित किया जाएगा ।

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