आइपीसी की धारा 424 की पूरी जानकारी - IPC Section 424 in Hindi
अपडेट किया गया: 01 Dec, 2024एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा
विषयसूची
नमस्कार दोस्तो आज हम बात करेंगे भारतीय दंड संहिता यानी IPC (Indian Penal Code) की धारा (Section) 424 के बारे में। जब भी किसी व्यक्ति के खिलाफ धारा 424 के तहत केस दर्ज (Register) किया जाता है तो बहुत ही कम लोग होते है जिनको इस धारा (Section) के बारे में पता होता है लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते है जिनको इसके बारे में कुछ भी जानकारी नहीं है। इसलिये उनके मन में एक डर पैदा हो जाता है जैसे कि IPC 424 में क्या सजा (Punishment) मिलती है ? और धारा 424 में जमानत (Bail) मिलती है या नहीं?
अगर आप के मन में कुछ इसी तरह के सवाल है तो आज हम आपको विस्तार से IPC की धारा 424 के बारे में बताएँगे। ऐसे मामलों में एक छोटी से छोटी जानकारी भी आपके लिये बहुत मददगार साबित हो सकती है। इसलिए हमने इस आर्टिकल में धारा 424 से जुडी सारी महत्वपुर्ण बातो को आपके सामने रखने का प्रयास किया है इसीलिये धारा 424 को समझने के लिये इस आर्टिकल को पूरा पढे।
आईपीसी की धारा 424 का मतलब - IPC 424 in Hindi
भारतीय दंड संहिता की धारा 424 के तहत ऐसे लोगो के खिलाफ केस दर्ज किया जाता है जो बेईमानी (Dishonesty) से या कपटपूर्वक (Fraudulently) अपनी या किसी दुसरे व्यक्ति की सम्पत्ति को छिपाता है या उस व्यक्ति को बेईमानी से सम्पत्ति छिपाने में मदद करता है। तो ऐसे लोगो के खिलाफ धारा 424 में कार्यवाही की जाती है। आईये इसको एक उदाहरण द्वारा आपको समझाने का प्रयास करते है।
उदाहरण :- राहुल अपने घर को बनाने के लिए बैंक में अपनी किसी भी संपत्ति को गिरवी रखकर लोन लेता है कुछ महीनो के बाद राहुल के मन में चालाकी आ जाती है और वो कोई ऐसा रास्ता सोचता है जिससे उसे बैंक के पैसे ना देने पडे इसीलिए वो अपनी गिरवी रखी संपत्ति को विशाल को बेच देता है और विशाल ये पता होते हुए भी की इस संपत्ति पर बैंक द्वारा लोन लिया गया उस संपत्ति को खरीद लेता है।
पैसे समय पर न देने का कारण बैंक राहुल की संपत्ति जब्त करने के लिये कार्यवाही करता है, लेकिन अब वो संपत्ति विशाल की होने के कारण बैंक उस को जब्त नहीं कर पाता बेईमानी के ऐसे ही मामलों को देखते हुए भारतीय दंड संहिता की IPC 424 के तहत खुद की संपत्ति छिपाने वालो और ये सब जानते हुए भी उनकी मदद करने वालो के खिलाफ धारा 424 के अनुसार कार्यवाही की जाती है।
धारा 424 में दोषी को सजा कितनी होती है
आई पी सी की धारा 424 का अपराध एक गैर-संज्ञेय (Non Cognizable) अपराध में आता है जिसमें पुलिस आपको बिना वारंट के गिरफ्तार नहीं कर सकती, ऐसे मामलों में आरोपी व्यक्ति और उसकी संपत्ति छिपाकर या खरीदकर मदद करने वाले व्यक्ति पर कार्यवाही की जाती है और धारा 424 के अनुसार दोषी पाये जाने वाले व्यक्ति को दो वर्ष की कैद और जुर्माना का प्रावधान है।
IPC 424 में जमानत कैसे मिलती है
आई.पी.सी की धारा 424 के अंतर्गत आने वाले अपराध जमानतीय श्रेणी में आते है जिनमे आपको जमानत मिल जाती है। यह अपराध किसी भी श्रेणी के मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय होता है। जमानत लेने के लिये आपको एक अच्छे वकील की सलाह लेनी चाहिये जो आपको जमानत दिलाने में आपकी मदद करेगा।
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आईपीसी 424 से जुडी कुछ ध्यान रखने के योग्य बाते
अक्सर ऐसा देखा जाता है कि कुछ मामले ऐसे होते है जिनमे लोग अपने रिश्तेदारों की या किसी मित्र की मदद करने के चक्कर में अंजाने में ऐसी गलती कर देते है जिनके परिणामों का उनको पता नहीं होता और इसीलिये उनको बाद में बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पडता है। तो आईये जानते है कुछ ऐसे ही बाते जिनसे भविष्य में आने वाली ऐसी किसी भी समस्या से बचा जा सकता है।
- अगर आपके किसी दोस्त या रिश्तेदार ने बैंक को कोई संपत्ति गिरवी रखकर लोन ले रखा है और वो कुछ समय के लिये अपनी संपत्ति को आपके नाम पर करने के लिये बोलता है तो ऐसे काम में उसकी मदद बिल्कुल भी ना करें। क्योंकि ऐसा करने से आप को भी 2 साल तक की सजा हो सकती है।
- किसी भी नई संपत्ति को खरीदने से पहले उस संपत्ति के सारे कागजात (Documents) को अच्छे से चैक कर ले और ये जरुर दैखे की उस संपत्ति पर कोई लोन तो नहीं अगर सब कुछ सही लगे तब ही उस को खरीदे।
- कुछ मामलों मे यह भी देखा जाता है कि तलाक के केस में लड़का और उसका परिवार मिलकर लडके को बेदखल कर देते है ताकि तलाक के समय लड़की लडके की संपत्ति पर कोई हक ना पा सके। लेकिन ऐसा करने वाले लडके और साथ ही उसकी मदद करने वाले परिवार वालो को धारा 424 के तहत 2 साल तक की सजा व साथ ही साथ जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
अपराध | सजा | संज्ञेय | जमानत | विचारणीय |
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धोखाधड़ी से हटाने या खुद को या किसी अंय व्यक्ति की संपत्ति की आड़ या उसके करने में सहायता, या बेईमानी से किसी भी मांग या दावा है जो वह हकदार है जारी | 2 साल या जुर्माना या दोनों | गैर - संज्ञेय | जमानतीय | कोई भी मजिस्ट्रेट |
Offence : धोखाधड़ी से हटाने या खुद को या किसी अंय व्यक्ति की संपत्ति की आड़ या उसके करने में सहायता, या बेईमानी से किसी भी मांग या दावा है जो वह हकदार है जारी
Punishment : 2 साल या जुर्माना या दोनों
Cognizance : गैर - संज्ञेय
Bail : जमानतीय
Triable : कोई भी मजिस्ट्रेट
IPC धारा 424 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
आई. पी. सी. की धारा 424 के तहत क्या अपराध है?
आई. पी. सी. धारा 424 अपराध : धोखाधड़ी से हटाने या खुद को या किसी अंय व्यक्ति की संपत्ति की आड़ या उसके करने में सहायता, या बेईमानी से किसी भी मांग या दावा है जो वह हकदार है जारी
आई. पी. सी. की धारा 424 के मामले की सजा क्या है?
आई. पी. सी. की धारा 424 के मामले में 2 साल या जुर्माना या दोनों का प्रावधान है।
आई. पी. सी. की धारा 424 संज्ञेय अपराध है या गैर - संज्ञेय अपराध?
आई. पी. सी. की धारा 424 गैर - संज्ञेय है।
आई. पी. सी. की धारा 424 के अपराध के लिए अपने मामले को कैसे दर्ज करें?
आई. पी. सी. की धारा 424 के मामले में बचाव के लिए और अपने आसपास के सबसे अच्छे आपराधिक वकीलों की जानकारी करने के लिए LawRato का उपयोग करें।
आई. पी. सी. की धारा 424 जमानती अपराध है या गैर - जमानती अपराध?
आई. पी. सी. की धारा 424 जमानतीय है।
आई. पी. सी. की धारा 424 के मामले को किस न्यायालय में पेश किया जा सकता है?
आई. पी. सी. की धारा 424 के मामले को कोर्ट कोई भी मजिस्ट्रेट में पेश किया जा सकता है।