धारा 421 आईपीसी - IPC 421 in Hindi - सजा और जमानत - लेनदारों में वितरण निवारित करने के लिए संपत्ति का बेईमानी से या कपटपूर्वक अपसारण या छिपाना

अपडेट किया गया: 01 Dec, 2024
एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा


LawRato

विषयसूची

  1. धारा 421 का विवरण
  2. धारा 421 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

धारा 421 का विवरण

भारतीय दंड संहिता की धारा 421 के अनुसार जो कोई किसी संपत्ति का अपने लेनदारों या किसी अन्य व्यक्ति के लेनदारों के बीच विधि के अनुसार वितरित किया जाना तद्द्वारा निवारित करने के आशय से, या तद्द्वारा सम्भाव्यतः निवारित करेगा यह जानते हुए उस संपत्ति को बेईमानी से या कपटपूर्वक अपसारित करेगा या छिपाएगा या किसी व्यक्ति को परिदत्त करेगा या पर्याप्त प्रतिफल के बिना किसी व्यक्ति को अंतरित करेगा या कराएगा, वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि दो वर्ष तक की हो सकेगी, या जुर्माने से, या दोनों से, दंडित किया जाएगा ।

Offence : लेनदारों के बीच वितरण को रोकने के लिए धोखाधड़ी से संपत्ति आदि को हटाना या छुपाना


Punishment : 2 साल या जुर्माना या दोनों


Cognizance : गैर - संज्ञेय


Bail : जमानतीय


Triable : कोई भी मजिस्ट्रेट



आईपीसी धारा 421 को बीएनएस धारा 320 में बदल दिया गया है।



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IPC धारा 421 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न


आई. पी. सी. की धारा 421 के तहत क्या अपराध है?

आई. पी. सी. धारा 421 अपराध : लेनदारों के बीच वितरण को रोकने के लिए धोखाधड़ी से संपत्ति आदि को हटाना या छुपाना



आई. पी. सी. की धारा 421 के मामले की सजा क्या है?

आई. पी. सी. की धारा 421 के मामले में 2 साल या जुर्माना या दोनों का प्रावधान है।



आई. पी. सी. की धारा 421 संज्ञेय अपराध है या गैर - संज्ञेय अपराध?

आई. पी. सी. की धारा 421 गैर - संज्ञेय है।



आई. पी. सी. की धारा 421 के अपराध के लिए अपने मामले को कैसे दर्ज करें?

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आई. पी. सी. की धारा 421 जमानती अपराध है या गैर - जमानती अपराध?

आई. पी. सी. की धारा 421 जमानतीय है।



आई. पी. सी. की धारा 421 के मामले को किस न्यायालय में पेश किया जा सकता है?

आई. पी. सी. की धारा 421 के मामले को कोर्ट कोई भी मजिस्ट्रेट में पेश किया जा सकता है।