धारा 364 क्या है | IPC 364 in Hindi - सजा, जमानत और बचाव की जानकारी
अपडेट किया गया: 01 Dec, 2024एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा
विषयसूची
- धारा 364 क्या है ? IPC Section 364 in Hindi
- आईपीसी धारा 364 कब लगती है ? मुख्य बिंदु
- धारा 364 के अपराध का उदाहरण
- धारा 364 में सजा ? IPC 307 Punishment in Hindi
- जमानत का प्रावधान ? IPC 364 is Bailable or Not?
- IPC Section 364A क्या है?
- धारा 364 हत्या के अपहरण के अपराध में शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया
- IPC Section 364 से संबंधित अन्य धाराएं
- धारा 364 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
किसी व्यक्ति को बिना उसकी मर्जी के जबरदस्ती उठा ले जाना अपहरण (Kidnapping) कहलाता है। लेकिन यही अपहरण तब ज्यादा भयानक हो जाता है, जब किसी व्यक्ति का अपहरण उसे जान से मारने के लिए किया जाए। जी हाँ साथियों आजकल हत्या, अपहरण, बलात्कार जैसे अपराध बहुत ही बढ़ते जा रहे है, परन्तु इनको रोकने के लिए हमारी पुलिस व प्रशासन हर बार कमजोर नजर आते है। आज के इस आर्टिकल में हम ऐसे ही एक अपराध की धारा के बारे में जानेंगे कि आईपीसी की धारा 364 क्या है (What is IPC Section 364 in Hindi), धारा 364 कब और किस अपराध के करने पर लगती है ? IPC 364 के अपराध में सजा और जमानत कैसे मिलती है।
हम आपको अपने हर लेख द्वारा बताते है कि कभी-कभी ना चाहते हुए अनजाने में हम कोई ऐसा कदम उठा लेते है जो हमें किसी Crime का आरोपी (Accused) बना सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि हमें अपने देश के बनाए कानूनों की बिल्कुल भी जानकारी नहीं होती तो इसलिए अगर आज आपको भारतीय कानून की Section 364 से जुड़ी हर जानकारी प्राप्त करनी है, तो आपको शुरु से लेकर अंत तक इस आर्टिकल को पूरा पढ़ना होगा।
धारा 364 क्या है – IPC Section 364 in Hindi
आईपीसी की धारा 364 के प्रावधान (Provision) में "हत्या के लिए अपहरण (Kidnaping for murder) या अपहरण" के बारे में बताया गया है। IPC Section 364 के अनुसार जब कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति की हत्या (Murder) करने या मृत्यु (Death) का कारण बनने के इरादे (Intention) से उसका अपहरण करता है। इस प्रकार का अपराध करने वाले व्यक्ति पर धारा 364 के तहत अदालत द्वारा कार्यवाही कर दंडित किया जाता है।
इसे आसान भाषा में समझे तो इसका अर्थ है कि जो कोई भी व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को जान से मारने के इरादे से अपहरण करता है या kidnapping के दौरान उसे ऐसी गंभीर चोटें (Serious injury) देता है। जिससे उस व्यक्ति की मृत्यु होने की पूरी संभावना है, तो ऐसे कार्य करने के अपराधी व्यक्ति को Section 364 के तहत दंडित किया जाता है।
आईपीसी धारा 364 कब लगती है – मुख्य बिंदु
IPC Section 364 के किसी व्यक्ति पर लागू किए जाने के लिए कुछ मुख्य बातों (Key Elements) का होना बहुत जरुरी होता है, इन्हीं बातों के आधार पर किसी व्यक्ति पर इस IPC Section के तहत आरोप (Blame) लगाए जा सकता है। इसलिए आइये जानते है उन मुख्य बातों के बारे में जो इस अपराध के प्रावधानों के बारे में बताते है:-
- आरोपी व्यक्ति (Accused Person) द्वारा किसी अन्य व्यक्ति का अपहरण (kidnapping) किया जाना चाहिए।
- आरोपी का किसी अन्य व्यक्ति का अपहरण करके उसका हत्या (Murder) करने का इरादा होना चाहिए।
- यदि अपराध करने वाला व्यक्ति अपहरण किए गए व्यक्ति को ऐसी चोट पहुँचाता है जिससे उसकी मृत्यु होने की संभावना (Possibility) है तब भी इस IPC Section का इस्तेमाल किया जा सकता है।
धारा 364 के अपराध का उदाहरण
एक दिन सागर नाम का एक अपराधी, प्रदीप नाम के एक व्यक्ति से किसी बात का बदला लेने के लिए उसके बेटे की kidnap कर लेता है। जिसके बाद जब प्रदीप का बेटा बहुत समय तक घर नहीं पहुँचता तो वह बहुत घबरा जाता है, कुछ ही देर बाद उसके पास सागर का फोन आता है। वह प्रदीप को बताता है कि उसका बेटा उसके पास है और वो उसे जान से मार देगा, इसके साथ ही वह प्रदीप से 50 लाख रुपये भी मांगता है।
प्रदीप बहुत डर जाता है इसलिए वो पुलिस को सारी बात बताता है, जिसके बाद Police एक टीम बनाकर बहुत जगह छापे (Raids) मारती है और अंत में सागर को पकड़ लेती है। जिसके बाद पुलिस सागर पर प्रदीप के बेटे को जान से मारने के तहत अपहरण करने की IPC 364 के तहत कार्यवाही करती है।
धारा 364 में सजा – IPC 307 Punishment in Hindi
भारतीय दंड संहिता की धारा 364 में सजा के प्रावधान अनुसार जो कोई भी व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को जान से मारने या उसकी मृत्यु करने के इरादे से उसका अपहरण करने का दोषी (Guilty) पाया जाता है तो उसको अदालत के द्वारा दिया जाने वाला दंड इस प्रकार है:-
- कारावास: Section 364 के तहत कम से कम सजा (Punishment) दस वर्ष के लिए कारावास है, लेकिन इसे अपराध की गंभीरता को देखते हुए आजीवन कारावास (Life imprisonment) तक भी बढ़ाया जा सकता है।
- जुर्माना: कारावास के साथ ही धारा 364 के अपराधी पर जुर्माना (Fine) भी लगाया जा सकता है। जुर्माने की राशि भी Court के द्वारा Crime की गंभीरता के आधार पर ही तय की जाती है।
जमानत का प्रावधान – IPC 364 is Bailable or Not?
आईपीसी की धारा 364 हत्या के लिए अपहरण के अपराध से संबंधित है। यह अपराध एक संज्ञेय अपराध (Cognizable Offence) माना जाता है इसलिए धारा 364 एक गैर-जमानती अपराध (Non-Bailable Offence) है। गैर-जमानती अपराध उन अपराधो को माना जाता है जो ज्यादा गंभीर होते है, इसलिए इस प्रकार के गंभीर अपराधों में आरोपी व्यक्ति को उसके अधिकार (Rights) के तौर पर जमानत (Bail) नहीं दी जाती है।
Section 364 का यह Crime Non-Compoundable होता है, यानी इस अपराध के तहत अदालत की अनुमति (Court Permission) के बिना समझौता (Compromise) नहीं किया जा सकता।
कुछ परिस्थितियों में न्यायालय के द्वारा जमानत के फैसले पर विचार किया जा सकता है। यदि Court को यह लगता है कि आरोपी व्यक्ति पर लगाए गए आरोप झूठे है या उसे फसाने की कोशिश की जा रही है तो इस प्रकार के मामलों में जमानत पर Court द्वारा विचार किया जा सकता है। इसलिए धारा 364 में Bail के लिए आप हमारे होनहार वकील की मदद ले सकते है जो आपको जमानत दिलवाने के लिए हर संभव प्रयास करेगा।
IPC Section 364A क्या है?
आईपीसी की धारा 364क के अनुसार बताया गया है कि यदि कोई व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को फिरौती के लिए अपहरण (kidnapping For Ransom) करता है तो उस व्यक्ति को 10 वर्ष से लेकर आजीवन कारावास की सजा व जुर्माने से दंडित (Punished) किया जा सकता है।
धारा 364 हत्या के अपहरण के अपराध में शिकायत दर्ज करने की प्रक्रिया
यदि किसी व्यक्ति के साथ या उनके परिवार के किसी सदस्य के साथ इस प्रकार का अपराध कोई कर देता है तो ऐसे में अपने उस सदस्य को खो देने के डर से इस अपराध की शिकायत कैसे करनी है या करनी भी है या नहीं। इस बात की बहुत से लोगों को जानकारी नहीं होती या उन्हें इस अपरहण के अपराध की शिकायत दर्ज (Complaint Register) कराने की प्रक्रिया पता नहीं होती।
लेकिन आप सभी को यह जानना बहुत जरुरी है कि इस प्रकार के अपराध के दौरान शिकायत करने में देरी करना आपके किसी करीबी सदस्य को गंभीर नुकसान पहुँचा सकती है तो इसलिए आइये जानते है इस धारा के तहत शिकायत दर्ज करने की पूरी प्रक्रिया:-
- पुलिस से संपर्क करें: इस प्रकार की घटना का पता चलते ही तुरंत पुलिस हैल्पलाइन न0 100 पर या अपने पास के Police station जाकर शिकायत करें। इसके साथ ही पुलिस को पीड़ित के नाम, विवरण और अन्य सभी जानकारी प्रदान करें।
- पूरी जानकारी प्रदान करें: Police Complaint Register करवाते समय इस बात का ध्यान रखे कि आप किसी ऐसी बात को तो नहीं भूल रहे जो Police को बताना बहुत ही जरुरी है, जिसके बताने से पुलिस को सहायता मिलेगी। पुलिस को इस घटना से जुड़ी हर बात को बताए व सभी सबूत (Evidence) पुलिस को दे।
- पुलिस का सहयोग करें: FIR दर्ज होने के बाद पुलिस आपकी शिकायत के आधार पर जांच (Investigation) शुरू करेगी। इसलिए पुलिस अपनी जांच के दौरान जो भी पूछताछ (Inquiry) करें या जब भी आपको बुलाए तो ऐसे मामलों में उनका पूरा सहयोग करें।
- कानूनी सलाह लें: यदि आपको आवश्यकता महसूस हो कि पुलिस आपके मामले में ठीक से जाँच नहीं कर रही है तो इसकी शिकायत किसी बड़े अधिकारी से करें या अगर आपको इसके अलावा भी किसी प्रकार की समस्या आती है तो आप किसी विशेषज्ञ वकील से कानूनी सलाह (Legal Advice) भी जरुर ले।
IPC Section 364 से संबंधित अन्य धाराएं
अपहरण के अपराध से जुड़ी अन्य धाराओं के बारे में भी जानकारी होना आपके लिए बहुत जरुरी है। क्योंकि IPC के और भी Sections है जो अपहरण के अपराध के बारे में बताती है लेकिन उन सभी में अपराध को करने का तरीका, इरादा व सजा अलग-अलग होती है इसलिए चलिए जानते है:-
IPC धारा 359 : अपहरण।
इस Section के तहत किसी व्यक्ति को उसके माता-पिता के वैध संरक्षण (Legal Protection) से अपहरण करना से संबंधित है।
IPC धारा 360: भारत से अपहरण।
यह Section भारत से किसी भी व्यक्ति का अपहरण करने और कानूनी अधिकार (Legal Rights) के बिना व्यक्ति को देश से बाहर ले जाने के कार्य से संबंधित है।
धारा 361: विधिपूर्ण संरक्षकता से अपहरण।
यह Section किसी नाबालिग (पुरुषों के लिए 16 वर्ष से कम और महिलाओं के लिए 18 वर्ष से कम) को माता-पिता या अभिभावक (Guardian) की सहमति के बिना कानूनी संरक्षकता से दूर ले जाने या लुभाने के कार्य से संबंधित है।
यह धारा भी किसी व्यक्ति को वैध संरक्षकता से बाहर ले जाने के इरादे से kidnapping करने से संबंधित है।
धारा 365: गुप्त रूप से और गलत तरीके से किसी व्यक्ति को कैद करने के इरादे से अपहरण करना।
इसमें बताया गया है कि यदि कोई व्यक्ति गुप्त रूप से या गलत तरीके से किसी व्यक्ति को कैद करने के इरादे से अपहरण करने के कार्य से संबंधित है।
अपराध | सजा | संज्ञेय | जमानत | विचारणीय |
---|---|---|---|---|
हत्या के क्रम में अपहरण या अपहरण | आजीवन कारावास या 10 साल के लिए कठोर कारावास + जुर्माना | संज्ञेय | गैर जमानतीय | सत्र न्यायालय |
Offence : हत्या के क्रम में अपहरण या अपहरण
Punishment : आजीवन कारावास या 10 साल के लिए कठोर कारावास + जुर्माना
Cognizance : संज्ञेय
Bail : गैर जमानतीय
Triable : सत्र न्यायालय
IPC धारा 364 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
आई. पी. सी. की धारा 364 के तहत क्या अपराध है?
आई. पी. सी. धारा 364 अपराध : हत्या के क्रम में अपहरण या अपहरण
आई. पी. सी. की धारा 364 के मामले की सजा क्या है?
आई. पी. सी. की धारा 364 के मामले में आजीवन कारावास या 10 साल के लिए कठोर कारावास + जुर्माना का प्रावधान है।
आई. पी. सी. की धारा 364 संज्ञेय अपराध है या गैर - संज्ञेय अपराध?
आई. पी. सी. की धारा 364 संज्ञेय है।
आई. पी. सी. की धारा 364 के अपराध के लिए अपने मामले को कैसे दर्ज करें?
आई. पी. सी. की धारा 364 के मामले में बचाव के लिए और अपने आसपास के सबसे अच्छे आपराधिक वकीलों की जानकारी करने के लिए LawRato का उपयोग करें।
आई. पी. सी. की धारा 364 जमानती अपराध है या गैर - जमानती अपराध?
आई. पी. सी. की धारा 364 गैर जमानतीय है।
आई. पी. सी. की धारा 364 के मामले को किस न्यायालय में पेश किया जा सकता है?
आई. पी. सी. की धारा 364 के मामले को कोर्ट सत्र न्यायालय में पेश किया जा सकता है।