धारा 344 आईपीसी - IPC 344 in Hindi - सजा और जमानत - दस या अधिक दिनों के लिए सदोष परिरोध।
अपडेट किया गया: 01 Dec, 2024एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा
धारा 344 का विवरण
भारतीय दंड संहिता की धारा 344 के अनुसार जो भी कोई किसी व्यक्ति का दस या अधिक दिनों के लिए गलत तरीके से परिरोध करेगा, तो उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास, जिसे तीन वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है, और साथ ही वह आर्थिक दण्ड के लिए भी उत्तरदायी होगा।लागू अपराध
दस या अधिक दिनों के लिए गलत तरीके से परिरोध।
सजा - तीन वर्ष कारावास, और आर्थिक दण्ड।
यह अपराध जमानती, संज्ञेय है तथा किसी भी न्यायधीश द्वारा विचारणीय है।
यह अपराध परिरुद्ध व्यक्ति द्वारा समझौता करने योग्य है।
अपराध | सजा | संज्ञेय | जमानत | विचारणीय |
---|---|---|---|---|
गलत तरीके से 10 या अधिक दिनों के लिए सीमित | 3 साल + जुर्माना | संज्ञेय | जमानतीय | कोई भी मजिस्ट्रेट |
Offence : गलत तरीके से 10 या अधिक दिनों के लिए सीमित
Punishment : 3 साल + जुर्माना
Cognizance : संज्ञेय
Bail : जमानतीय
Triable : कोई भी मजिस्ट्रेट
IPC धारा 344 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
आई. पी. सी. की धारा 344 के तहत क्या अपराध है?
आई. पी. सी. धारा 344 अपराध : गलत तरीके से 10 या अधिक दिनों के लिए सीमित
आई. पी. सी. की धारा 344 के मामले की सजा क्या है?
आई. पी. सी. की धारा 344 के मामले में 3 साल + जुर्माना का प्रावधान है।
आई. पी. सी. की धारा 344 संज्ञेय अपराध है या गैर - संज्ञेय अपराध?
आई. पी. सी. की धारा 344 संज्ञेय है।
आई. पी. सी. की धारा 344 के अपराध के लिए अपने मामले को कैसे दर्ज करें?
आई. पी. सी. की धारा 344 के मामले में बचाव के लिए और अपने आसपास के सबसे अच्छे आपराधिक वकीलों की जानकारी करने के लिए LawRato का उपयोग करें।
आई. पी. सी. की धारा 344 जमानती अपराध है या गैर - जमानती अपराध?
आई. पी. सी. की धारा 344 जमानतीय है।
आई. पी. सी. की धारा 344 के मामले को किस न्यायालय में पेश किया जा सकता है?
आई. पी. सी. की धारा 344 के मामले को कोर्ट कोई भी मजिस्ट्रेट में पेश किया जा सकता है।