धारा 318 आईपीसी - IPC 318 in Hindi - सजा और जमानत - मॄत शरीर के गुप्त व्ययन द्वारा जन्म छिपाना
अपडेट किया गया: 01 Dec, 2024एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा
धारा 318 का विवरण
भारतीय दंड संहिता की धारा 318 के अनुसार जो कोई किसी शिशु के मॄत शरीर को गुप्त रूप से गाड़कर या अन्यथा उसका व्ययन करके, चाहे ऐसे शिशु की मॄत्यु उसके जन्म से पूर्व या पश्चात् या जन्म के दौरान में हुई हो, ऐसे शिशु के जन्म को साशय छिपाएगा या छिपाने का प्रयास करेगा, वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि दो वर्ष तक की हो सकेगी, या जुर्माने से, या दोनों से, दण्डित किया जाएगा ।अपराध | सजा | संज्ञेय | जमानत | विचारणीय |
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मृत शरीर के गुप्त निपटान द्वारा जन्म की आड़ | 2 साल या जुर्माना या दोनों | संज्ञेय | गैर जमानतीय | प्रथम श्रेणी का मजिस्ट्रेट |
Offence : मृत शरीर के गुप्त निपटान द्वारा जन्म की आड़
Punishment : 2 साल या जुर्माना या दोनों
Cognizance : संज्ञेय
Bail : गैर जमानतीय
Triable : प्रथम श्रेणी का मजिस्ट्रेट
IPC धारा 318 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
आई. पी. सी. की धारा 318 के तहत क्या अपराध है?
आई. पी. सी. धारा 318 अपराध : मृत शरीर के गुप्त निपटान द्वारा जन्म की आड़
आई. पी. सी. की धारा 318 के मामले की सजा क्या है?
आई. पी. सी. की धारा 318 के मामले में 2 साल या जुर्माना या दोनों का प्रावधान है।
आई. पी. सी. की धारा 318 संज्ञेय अपराध है या गैर - संज्ञेय अपराध?
आई. पी. सी. की धारा 318 संज्ञेय है।
आई. पी. सी. की धारा 318 के अपराध के लिए अपने मामले को कैसे दर्ज करें?
आई. पी. सी. की धारा 318 के मामले में बचाव के लिए और अपने आसपास के सबसे अच्छे आपराधिक वकीलों की जानकारी करने के लिए LawRato का उपयोग करें।
आई. पी. सी. की धारा 318 जमानती अपराध है या गैर - जमानती अपराध?
आई. पी. सी. की धारा 318 गैर जमानतीय है।
आई. पी. सी. की धारा 318 के मामले को किस न्यायालय में पेश किया जा सकता है?
आई. पी. सी. की धारा 318 के मामले को कोर्ट प्रथम श्रेणी का मजिस्ट्रेट में पेश किया जा सकता है।