धारा 290 आईपीसी - IPC 290 in Hindi - सजा और जमानत - अन्यथा अनुपबन्धित मामलों में लोक बाधा के लिए दण्ड।

अपडेट किया गया: 01 Dec, 2024
एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा


LawRato

विषयसूची

  1. धारा 290 का विवरण
  2. धारा 290 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

धारा 290 का विवरण

भारतीय दंड संहिता की धारा 290 के अनुसार जो कोई किसी ऐसे मामले में लोक बाधा उत्पन्न करेगा जो इस संहिता द्वारा अन्यथा दण्डनीय नहीं है, तो उसे दो सौ रुपए तक के आर्थिक दण्ड से, दण्डित किया जाएगा।

लागू अपराध
लोक बाधा उत्पन्न करना ।
सजा - दो सौ रुपए तक आर्थिक दण्ड ।
यह अपराध जमानती, गैर-संज्ञेय है तथा किसी भी न्यायधीश द्वारा विचारणीय है।

यह अपराध समझौता करने योग्य नहीं है।

Offence : एक सार्वजनिक उपद्रव करने


Punishment : जुर्माना


Cognizance : गैर - संज्ञेय


Bail : जमानतीय


Triable : कोई भी मजिस्ट्रेट



आईपीसी धारा 290 को बीएनएस धारा 292 में बदल दिया गया है।



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IPC धारा 290 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न


आई. पी. सी. की धारा 290 के तहत क्या अपराध है?

आई. पी. सी. धारा 290 अपराध : एक सार्वजनिक उपद्रव करने



आई. पी. सी. की धारा 290 के मामले की सजा क्या है?

आई. पी. सी. की धारा 290 के मामले में जुर्माना का प्रावधान है।



आई. पी. सी. की धारा 290 संज्ञेय अपराध है या गैर - संज्ञेय अपराध?

आई. पी. सी. की धारा 290 गैर - संज्ञेय है।



आई. पी. सी. की धारा 290 के अपराध के लिए अपने मामले को कैसे दर्ज करें?

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आई. पी. सी. की धारा 290 जमानती अपराध है या गैर - जमानती अपराध?

आई. पी. सी. की धारा 290 जमानतीय है।



आई. पी. सी. की धारा 290 के मामले को किस न्यायालय में पेश किया जा सकता है?

आई. पी. सी. की धारा 290 के मामले को कोर्ट कोई भी मजिस्ट्रेट में पेश किया जा सकता है।