धारा 256 आईपीसी - IPC 256 in Hindi - सजा और जमानत - सरकारी स्टाम्प के कूटकरण के लिए उपकरण या सामग्री कब्जे में रखना
अपडेट किया गया: 01 Dec, 2024एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा
धारा 256 का विवरण
भारतीय दंड संहिता की धारा 256 के अनुसार जो कोई सरकार के द्वारा राजस्व के प्रयोजन के लिए प्रचालित किसी स्टाम्प के कूटकरण के लिए उपयोग में लाए जाने के प्रयोजन से, या यह जानते हुए या यह विश्वास करने का कारण रखते हुए कि वह ऐसे कूटकरण के लिए उपयोग में लाए जाने के लिए आशयित है, कोई उपकरण या सामग्री अपने कब्जे में रखेगा, वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि सात वर्ष तक की हो सकेगी, दंडित किया जाएगा और जुर्माने से भी दंडनीय होगा ।अपराध | सजा | संज्ञेय | जमानत | विचारणीय |
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सरकारी स्टांप की जालसाजी के उद्देश्य से किसी साधन या सामग्री का कब्जा होना | 7 साल + जुर्माना | संज्ञेय | गैर जमानतीय | प्रथम श्रेणी का मजिस्ट्रेट |
Offence : सरकारी स्टांप की जालसाजी के उद्देश्य से किसी साधन या सामग्री का कब्जा होना
Punishment : 7 साल + जुर्माना
Cognizance : संज्ञेय
Bail : गैर जमानतीय
Triable : प्रथम श्रेणी का मजिस्ट्रेट
IPC धारा 256 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
आई. पी. सी. की धारा 256 के तहत क्या अपराध है?
आई. पी. सी. धारा 256 अपराध : सरकारी स्टांप की जालसाजी के उद्देश्य से किसी साधन या सामग्री का कब्जा होना
आई. पी. सी. की धारा 256 के मामले की सजा क्या है?
आई. पी. सी. की धारा 256 के मामले में 7 साल + जुर्माना का प्रावधान है।
आई. पी. सी. की धारा 256 संज्ञेय अपराध है या गैर - संज्ञेय अपराध?
आई. पी. सी. की धारा 256 संज्ञेय है।
आई. पी. सी. की धारा 256 के अपराध के लिए अपने मामले को कैसे दर्ज करें?
आई. पी. सी. की धारा 256 के मामले में बचाव के लिए और अपने आसपास के सबसे अच्छे आपराधिक वकीलों की जानकारी करने के लिए LawRato का उपयोग करें।
आई. पी. सी. की धारा 256 जमानती अपराध है या गैर - जमानती अपराध?
आई. पी. सी. की धारा 256 गैर जमानतीय है।
आई. पी. सी. की धारा 256 के मामले को किस न्यायालय में पेश किया जा सकता है?
आई. पी. सी. की धारा 256 के मामले को कोर्ट प्रथम श्रेणी का मजिस्ट्रेट में पेश किया जा सकता है।