धारा 237 आईपीसी - IPC 237 in Hindi - सजा और जमानत - कूटकॄत सिक्के का आयात या निर्यात
अपडेट किया गया: 01 Dec, 2024एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा
धारा 237 का विवरण
भारतीय दंड संहिता की धारा 237 के अनुसार जो कोई किसी कूटकॄत सिक्के का यह जानते हुए या विश्वास करने का कारण रखते हुए कि वह कूटकॄत है, 1[भारत] में आयात करेगा या 1[भारत] से निर्यात करेगा, वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि तीन वर्ष तक की हो सकेगी, दंडित किया जाएगा और जुर्माने से भी दंडनीय होगा ।अपराध | सजा | संज्ञेय | जमानत | विचारणीय |
---|---|---|---|---|
नकली सिक्के का आयात या निर्यात, नकली होने के लिए एक ही जानने | 3 साल + जुर्माना | संज्ञेय | गैर जमानतीय | प्रथम श्रेणी का मजिस्ट्रेट |
Offence : नकली सिक्के का आयात या निर्यात, नकली होने के लिए एक ही जानने
Punishment : 3 साल + जुर्माना
Cognizance : संज्ञेय
Bail : गैर जमानतीय
Triable : प्रथम श्रेणी का मजिस्ट्रेट
IPC धारा 237 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
आई. पी. सी. की धारा 237 के तहत क्या अपराध है?
आई. पी. सी. धारा 237 अपराध : नकली सिक्के का आयात या निर्यात, नकली होने के लिए एक ही जानने
आई. पी. सी. की धारा 237 के मामले की सजा क्या है?
आई. पी. सी. की धारा 237 के मामले में 3 साल + जुर्माना का प्रावधान है।
आई. पी. सी. की धारा 237 संज्ञेय अपराध है या गैर - संज्ञेय अपराध?
आई. पी. सी. की धारा 237 संज्ञेय है।
आई. पी. सी. की धारा 237 के अपराध के लिए अपने मामले को कैसे दर्ज करें?
आई. पी. सी. की धारा 237 के मामले में बचाव के लिए और अपने आसपास के सबसे अच्छे आपराधिक वकीलों की जानकारी करने के लिए LawRato का उपयोग करें।
आई. पी. सी. की धारा 237 जमानती अपराध है या गैर - जमानती अपराध?
आई. पी. सी. की धारा 237 गैर जमानतीय है।
आई. पी. सी. की धारा 237 के मामले को किस न्यायालय में पेश किया जा सकता है?
आई. पी. सी. की धारा 237 के मामले को कोर्ट प्रथम श्रेणी का मजिस्ट्रेट में पेश किया जा सकता है।