धारा 234 आईपीसी - IPC 234 in Hindi - सजा और जमानत - भारतीय सिक्के के कूटकरण के लिए उपकरण बनाना या बेचना
अपडेट किया गया: 01 Dec, 2024एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा
धारा 234 का विवरण
भारतीय दंड संहिता की धारा 234 के अनुसार जो कोई किसी डाई या उपकरण को भारतीय सिक्के के कूटकरण के लिए उपयोग में लाए जाने के प्रयोजन से, या यह जानते हुए या यह विश्वास करने का कारण रखते हुए कि वह 3[भारतीय सिक्के] के कूटकरण में उपयोग में लाए जाने के लिए आशयित है, बनाएगा या सुधारेगा या बनाने या सुधारने की प्रव्रिEया के किसी भाग को करेगा अथवा खरीदेगा, बेचेगा या व्ययनित करेगा वह दोनों में से किसी भांति के कारावास से, जिसकी अवधि सात वर्ष तक की हो सकेगी, दंडित किया जाएगा और जुर्माने से भी दंडनीय होगा ।अपराध | सजा | संज्ञेय | जमानत | विचारणीय |
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भारतीय सिक्के को जालसाजी करने के उद्देश्य से उपकरण बनाना, खरीदना या बेचना | 7 साल + जुर्माना | संज्ञेय | गैर जमानतीय | सत्र न्यायालय |
Offence : भारतीय सिक्के को जालसाजी करने के उद्देश्य से उपकरण बनाना, खरीदना या बेचना
Punishment : 7 साल + जुर्माना
Cognizance : संज्ञेय
Bail : गैर जमानतीय
Triable : सत्र न्यायालय
IPC धारा 234 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
आई. पी. सी. की धारा 234 के तहत क्या अपराध है?
आई. पी. सी. धारा 234 अपराध : भारतीय सिक्के को जालसाजी करने के उद्देश्य से उपकरण बनाना, खरीदना या बेचना
आई. पी. सी. की धारा 234 के मामले की सजा क्या है?
आई. पी. सी. की धारा 234 के मामले में 7 साल + जुर्माना का प्रावधान है।
आई. पी. सी. की धारा 234 संज्ञेय अपराध है या गैर - संज्ञेय अपराध?
आई. पी. सी. की धारा 234 संज्ञेय है।
आई. पी. सी. की धारा 234 के अपराध के लिए अपने मामले को कैसे दर्ज करें?
आई. पी. सी. की धारा 234 के मामले में बचाव के लिए और अपने आसपास के सबसे अच्छे आपराधिक वकीलों की जानकारी करने के लिए LawRato का उपयोग करें।
आई. पी. सी. की धारा 234 जमानती अपराध है या गैर - जमानती अपराध?
आई. पी. सी. की धारा 234 गैर जमानतीय है।
आई. पी. सी. की धारा 234 के मामले को किस न्यायालय में पेश किया जा सकता है?
आई. पी. सी. की धारा 234 के मामले को कोर्ट सत्र न्यायालय में पेश किया जा सकता है।