धारा 194 आईपीसी - IPC 194 in Hindi - सजा और जमानत - मॄत्यु से दण्डनीय अपराध के लिए दोषसिद्धि कराने के आशय से झूठा साक्ष्य देना या गढ़ना।
अपडेट किया गया: 01 Dec, 2024एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा
धारा 194 का विवरण
भारतीय दंड संहिता की धारा 194 के अनुसार जो कोई भारत में तत्समय प्रवॄत्त विधि द्वारा मॄत्यु से दण्डनीय अपराध के लिए किसी व्यक्ति को दोषसिद्ध कराने के आशय से या संभाव्यतः तद्द्वारा दोषसिद्ध कराएगा यह जानते हुए झूठा साक्ष्य देगा या गढ़ेगा, तो उसे आजीवन कारावास या किसी एक अवधि के लिए कठिन कारावास की सजा जिसे दस वर्ष तक बढ़ाया जा सकता है से दण्डित किया जाएगा, और साथ ही वह आर्थिक दण्ड के लिए भी उत्तरदायी होगा।।यदि निर्दोष व्यक्ति एतद्द्वारा दोषसिद्ध किया जाए और उसे फांसी हो जाए - और यदि किसी निर्दोष व्यक्ति को झूठे साक्ष्य के परिणामस्वरूप दोषसिद्ध किया जाए, और उसे फांसी दे दी जाए, तो उस व्यक्ति को, जो ऐसा झूठा साक्ष्य देगा, या तो मॄत्युदण्ड या एतस्मिन्पूर्व वर्णित दण्ड दिया जाएगा ।
लागू अपराध
1. मॄत्यु से दण्डनीय अपराध के लिए दोषसिद्धि कराने के आशय से झूठा साक्ष्य देना या गढ़ना।
सजा - आजीवन कारावास या दस वर्ष कठिन कारावास और आर्थिक दण्ड ।
यह एक ग़ैर-जमानती, ग़ैर-संज्ञेय अपराध है और सत्र न्यायालय द्वारा विचारणीय है।
2. यदि निर्दोष व्यक्ति एतद्द्वारा दोषसिद्ध किया जाए और उसे फांसी हो जाए।
सजा - मॄत्युदण्ड या उपरोक्त दण्ड ।
यह एक ग़ैर-जमानती, ग़ैर-संज्ञेय अपराध है और सत्र न्यायालय द्वारा विचारणीय है।
यह अपराध समझौता करने योग्य नहीं है।
अपराध | सजा | संज्ञेय | जमानत | विचारणीय |
---|---|---|---|---|
किसी भी व्यक्ति को पूंजीगत अपराध के लिए दोषी ठहराने के इरादे से झूठे साक्ष्य देना या गढ़ना | आजीवन कारावास या 10 वर्ष के लिए कठोर कारावास + जुर्माना | असंज्ञेय | गैर जमानती | सत्र की अदालत |
यदि निर्दोष व्यक्ति को दोषी ठहराया जाए और उसे मृत्युदंड दिया जाए | मौत या ऊपर के रूप में | असंज्ञेय | गैर जमानती | सत्र की अदालत |
Offence : किसी भी व्यक्ति को पूंजीगत अपराध के लिए दोषी ठहराने के इरादे से झूठे साक्ष्य देना या गढ़ना
Punishment : आजीवन कारावास या 10 वर्ष के लिए कठोर कारावास + जुर्माना
Cognizance : असंज्ञेय
Bail : गैर जमानती
Triable : सत्र की अदालत
Offence : यदि निर्दोष व्यक्ति को दोषी ठहराया जाए और उसे मृत्युदंड दिया जाए
Punishment : मौत या ऊपर के रूप में
Cognizance : असंज्ञेय
Bail : गैर जमानती
Triable : सत्र की अदालत
IPC धारा 194 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
आई. पी. सी. की धारा 194 के तहत क्या अपराध है?
आई. पी. सी. धारा 194 अपराध : किसी भी व्यक्ति को पूंजीगत अपराध के लिए दोषी ठहराने के इरादे से झूठे साक्ष्य देना या गढ़ना
आई. पी. सी. की धारा 194 के मामले की सजा क्या है?
आई. पी. सी. की धारा 194 के मामले में आजीवन कारावास या 10 वर्ष के लिए कठोर कारावास + जुर्माना का प्रावधान है।
आई. पी. सी. की धारा 194 संज्ञेय अपराध है या गैर - संज्ञेय अपराध?
आई. पी. सी. की धारा 194 असंज्ञेय है।
आई. पी. सी. की धारा 194 के अपराध के लिए अपने मामले को कैसे दर्ज करें?
आई. पी. सी. की धारा 194 के मामले में बचाव के लिए और अपने आसपास के सबसे अच्छे आपराधिक वकीलों की जानकारी करने के लिए LawRato का उपयोग करें।
आई. पी. सी. की धारा 194 जमानती अपराध है या गैर - जमानती अपराध?
आई. पी. सी. की धारा 194 गैर जमानती है।
आई. पी. सी. की धारा 194 के मामले को किस न्यायालय में पेश किया जा सकता है?
आई. पी. सी. की धारा 194 के मामले को कोर्ट सत्र की अदालत में पेश किया जा सकता है।