धारा 340 आईपीसी - IPC 340 in Hindi - सजा और जमानत - सदोष परिरोध या गलत तरीके से प्रतिबंधित करना।
अपडेट किया गया: 01 Dec, 2024एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा
विषयसूची
धारा 340 का विवरण
भारतीय दंड संहिता की धारा 340 के अनुसार जो भी कोई किसी व्यक्ति का गलत तरीके से अवरोध करता है कि उस व्यक्ति को निश्चित सीमा से परे जाने से निवारित कर दे, वह उस व्यक्ति को गलत तरीके से प्रतिबंधित करना कहलाता है।दृष्टांत
(क) “य” को दीवार से घिरे हुए स्थान में प्रवेश कराकर “क” उसमें ताला लगा देता है । इस प्रकार “य” दीवार की परिसीमा से परे किसी भी दिशा में नहीं जा सकता । “क” ने “य” का गलत तरीके से प्रतिबंधित किया है ।
(ख) “क” एक भवन के बाहर जाने के द्वारों पर बन्दूकधारी मनुष्यों को बैठा देता है और “य” से कह देता है कि यदि “य” भवन के बाहर जाने का प्रयत्न करेगा, तो वे “य” को गोली मार देंगे । “क” ने “य” का गलत तरीके से प्रतिबंधित किया है ।
आईपीसी धारा 340 को बीएनएस धारा 127 में बदल दिया गया है।
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