धारा 160 आईपीसी - IPC 160 in Hindi - सजा और जमानत - उपद्रव करने के लिए दण्ड।
अपडेट किया गया: 01 Dec, 2024एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा
धारा 160 का विवरण
भारतीय दंड संहिता की धारा 160 के अनुसार जो भी कोई उपद्रव करेगा, तो उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास की सजा, जिसे एक मास तक बढ़ाया जा सकता है, या एक सौ रुपए तक का आर्थिक दण्ड या दोनों से दण्डित किया जाएगा ।लागू अपराध
उपद्रव करना।
सजा - एक मास कारावास या सौ रुपए आर्थिक दण्ड या दोनों।
यह एक जमानती, संज्ञेय अपराध है और किसी भी मेजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय है।
यह समझौता करने योग्य नहीं है।
अपराध | सजा | संज्ञेय | जमानत | विचारणीय |
---|---|---|---|---|
दगा देना | 1 महीना या जुर्माना या दोनों | संज्ञेय | जमानतीय | कोई भी मजिस्ट्रेट |
Offence : दगा देना
Punishment : 1 महीना या जुर्माना या दोनों
Cognizance : संज्ञेय
Bail : जमानतीय
Triable : कोई भी मजिस्ट्रेट
IPC धारा 160 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
आई. पी. सी. की धारा 160 के तहत क्या अपराध है?
आई. पी. सी. धारा 160 अपराध : दगा देना
आई. पी. सी. की धारा 160 के मामले की सजा क्या है?
आई. पी. सी. की धारा 160 के मामले में 1 महीना या जुर्माना या दोनों का प्रावधान है।
आई. पी. सी. की धारा 160 संज्ञेय अपराध है या गैर - संज्ञेय अपराध?
आई. पी. सी. की धारा 160 संज्ञेय है।
आई. पी. सी. की धारा 160 के अपराध के लिए अपने मामले को कैसे दर्ज करें?
आई. पी. सी. की धारा 160 के मामले में बचाव के लिए और अपने आसपास के सबसे अच्छे आपराधिक वकीलों की जानकारी करने के लिए LawRato का उपयोग करें।
आई. पी. सी. की धारा 160 जमानती अपराध है या गैर - जमानती अपराध?
आई. पी. सी. की धारा 160 जमानतीय है।
आई. पी. सी. की धारा 160 के मामले को किस न्यायालय में पेश किया जा सकता है?
आई. पी. सी. की धारा 160 के मामले को कोर्ट कोई भी मजिस्ट्रेट में पेश किया जा सकता है।