
विषयसूची
- बीएनएस की धारा 296 क्या है - BNS Section 296 in Hindi
- भारतीय न्याय संहिता की धारा 296 लगने के मुख्य बिंदु
- BNS Section 296 में अपराध माने जाने वाले कुछ कार्य
- बीएनएस की धारा 296 का उदाहरण
- बीएनएस की धारा 296 में सजा - BNS Section 296 Punishment in Hindi
- भारतीय न्याय संहिता की धारा 296 में जमानत के लिए कानूनी प्रावधान क्या है
- इस धारा के साथ लगने वाली कुछ अन्य धाराएँ:
- बीएनएस धारा 296 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
अक्सर भीड़-भाड़ वाली जगहों पर कुछ ऐसे लोग दिखाई दे जाते है, जो गंदे गाने गाकर या गाली-गलौज करके दूसरे लोगों को परेशान करते है। चाहे सड़क किनारे हो, पार्कों में या किसी अन्य सार्वजनिक स्थल पर ऐसे व्यवहार के कारण बच्चों से लेकर हर उम्र के लोगों पर बहुत ही बुरा असर होता है। सार्वजनिक जगहों पर कोई भी ऐसा गलत कार्य करना जिससे वहाँ मौजूद लोगों के लिए परेशानी हो, कानूनी रुप से एक दंडनीय अपराध है। जिसकी जानकारी के अभाव में हम हँसी मजाक में किए गए कार्यों के कारण भी अपराधी बन सकते है। आज हम ऐसे ही अपराध से जुडी भारतीय न्याय संहिता की धारा के बारे में समझेंगे कि, बीएनएस की धारा 296 क्या है (BNS Section 296 in Hindi) और यह कब लगाई जाती है? धारा 296 के तहत सजा कितनी और जमानत कैसे मिलती है?
हमारे देश में ऐसी अश्लील हरकतों को रोकने के लिए आवश्यक कानून बनाए गए हैं। पहले इस तरह के मामलों में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 294 लगाई जाती थी। लेकिन कानून में बदलाव किए जाने के बाद ऐसे मामलों में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 296 लगाई जाती है। इस लेख के माध्यम से हम बीएनएस की धारा 296 के बारे में जानेंगे और समझेंगे कि यह धारा हमारे समाज को कैसे सुरक्षित बनाती है। अगर आप भी इस विषय में अधिक जानना चाहते हैं, तो इस लेख को पूरा पढ़ें।
बीएनएस की धारा 296 क्या है - BNS Section 296 in Hindi
भारतीय न्याय संहिता की धारा 296 सार्वजनिक स्थानों (Public Places) पर अश्लीलता और अशांति फैलाने वाले कार्यों से संबंधित है। यह धारा समाज में शांति और सद्भाव (Harmony) बनाए रखने के लिए बनाई गई है। इस धारा के तहत ऐसे कामों को अपराध माना जाता है जो दूसरों के लिए परेशानी पैदा करते हैं। इसे दो हिस्सों में बांटा गया है:-
- अश्लील हरकत करना: अगर कोई व्यक्ति सार्वजनिक स्थान (लोगों के आने-जाने की जगह) पर ऐसी कोई हरकत करता है, जो अश्लील (obscene) मानी जाए और जिससे अन्य लोग असुविधा या परेशानी महसूस करें, तो ऐसा करना इस कानून का उल्लंघन माना जाएगा।
- अश्लील गाना या बोलना: यदि कोई व्यक्ति सार्वजनिक स्थान पर या उसके आस-पास अश्लील व गंदे गाने गाता है। जिससे वहाँ मौजूद लोगों का अपमान (Insult) होता है और उन्हें परेशानी होती है, तो यह भी BNS की धारा 296 के तहत अपराध माना जाएगा।
भारतीय न्याय संहिता की धारा 296 लगने के मुख्य बिंदु
- सार्वजनिक स्थान: अपराध किसी सार्वजनिक स्थान पर या उसके आसपास हुआ हो। सार्वजनिक स्थान का अर्थ किसी भी ऐसी जगह से है जहां आम जनता का आना-जाना हो, जैसे सड़क, पार्क, बाजार, बस स्टॉप आदि।
- अश्लील कृत्य: आरोपी (Accused) ने कोई ऐसा कार्य किया होगा जो आम तौर पर अश्लील या गलत माना जाता हो। अश्लीलता की परिभाषा समय और समाज के अनुसार बदलती रहती है, लेकिन यह आम तौर पर ऐसी हरकत को बताता है जो दूसरों को अपमानित करती हो या उनकी भावनाओं को आहत (Hurt) करती हो।
- सार्वजनिक रूप से करना: यह अपराध सार्वजनिक रूप से किया गया हो। यानी ऐसा गंदा कार्य जो दूसरों द्वारा देखा या सुना जा सके।
- अनैतिक उद्देश्य: आरोपी ने यह कार्य किसी गलत उद्देश्य से किया होगा। जैसे कि दूसरों को परेशान करना, शर्मिंदा करना या किसी का अपमान करना।
BNS Section 296 में अपराध माने जाने वाले कुछ कार्य
- सार्वजनिक जगह (Public Places) पर जोर से अश्लील गाने-गाना।
- सार्वजनिक स्थान पर गाली-गलौज (Abuse) या अश्लील भाषा का इस्तेमाल करना।
- सड़क, पार्क, या किसी अन्य सार्वजनिक स्थान पर अश्लील चित्र या वीडियो दिखाना।
- लोगों के आने जाने की जगहों पर किसी भी व्यक्ति की तरफ गंदे इशारे करना।
- किसी सार्वजनिक स्थान पर अश्लील तरीके से नाचना या किसी गलत चीज का प्रदर्शन करना जिससे दूसरों को परेशानी महसूस हो।
- सार्वजनिक रूप से अपने किसी दोस्तों के साथ अश्लील बातें करना जो और लोगों को भी सुनाई दे।
- किसी व्यक्ति को गलत शब्द बोलकर उसका अपमान करने की कोशिश करना।
बीएनएस की धारा 296 का उदाहरण
मोहन व सुमित दो बहुत ही अच्छे दोस्त थे जो अपना अधिकतर समय एक साथ ही बिताते थे। एक दिन वो दोनों शाम को एक पार्क में चले जाते है, जहाँ बहुत सारे लोग सैर कर रहे थे, और बच्चे खेल रहे थे। अचानक सुमित पार्क में घूमते समय जोर-जोर से अश्लील गाने गाना शुरू कर देता है। इसके साथ ही वह गाने के साथ-साथ अश्लील इशारे भी करने लगा, जिससे वहाँ मौजूद सभी लोग पर बहुत परेशान होने लगे। मोहन ने सुमित को समझाया भी की वो ऐसा ना करें, लेकिन सुमित नहीं माना।
थोड़ी देर बाद पार्क में मौजूद लोग सुमित की ऐसी हरकतों से बहुत परेशान हो गए, और उसकी शिकायत पुलिस में कर देते है। कुछ ही देर बाद पुलिस वहाँ आ जाती है और सुमित को सार्वजनिक स्थान पर अश्लील गाने गाने और इशारे करने कि BNS की धारा 296 के तहत गिरफ्तार कर लेते है।
बीएनएस की धारा 296 में सजा - BNS Section 296 Punishment in Hindi
BNS की धारा 296 के अनुसार जो कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक जगहों पर जाकर गंदे गाने (Dirty Songs) गाकर या अश्लील हरकत (Obscene Act) करके लोगों को परेशान करने के अपराध का दोषी (Guilty) पाया जाता है। उसे इस अपराध की सजा के तौर पर तीन महीने तक की जेल या 1000 रुपये के जुर्माना या दोनों से दंडित किया जा सकता है।
भारतीय न्याय संहिता की धारा 296 में जमानत के लिए कानूनी प्रावधान क्या है
बीएनएस की धारा 296 एक जमानती व संज्ञेय अपराध (Bailable or Cognizable Offense) है। जिसमें अगर कोई व्यक्ति सार्वजनिक जगहों पर ऐसी कोई गलत हरकत करते हुए पाया जाता है, तो शिकायत के आधार पर ही पुलिस उसे तुरन्त गिरफ्तार कर सकती है। लेकिन धारा 296 के जमानती (Bailable) होने के कारण आरोपी व्यक्ति को जमानत भी बहुत ही आसानी से मिल जाती है।
इस धारा के साथ लगने वाली कुछ अन्य धाराएँ:
- महिला पर हमला करना (BNS 74)
- यौन उत्पीड़न करना (BNS 75)
- किसी लड़की की तरफ गलत इशारे करना (BNS 79)
- किसी स्त्री का पीछा करना (BNS 78)
- कपड़े उतारने के इरादे से हमला करना (BNS 75)
निष्कर्ष :- BNS Section 296 का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सार्वजनिक स्थानों पर ऐसा कोई कार्य न किया जाए, जिससे अन्य लोग परेशान हो। इसमें अश्लील हरकतें करना या अश्लील भाषा का इस्तेमाल करना शामिल है। अगर कोई व्यक्ति ऐसी हरकतें करता है, तो उसे जेल या जुर्माना या दोनों का सामना करना पड़ सकता है।
बीएनएस धारा 296 पर अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
बीएनएस की धारा 296 क्या है और यह कब लागू होती है?
भारतीय न्याय संहिता की धारा 296 अश्लील कृत्यों और गीतों से संबंधित है। यह धारा उन लोगों पर लागू होती है, जो सार्वजनिक स्थानों पर या ऐसी जगहों पर अश्लील कार्य करते हैं या अश्लील गीत गाते हैं।
सार्वजनिक जगहों पर गंदे गाने - गाने के अपराध की सजा क्या है?
भारतीय न्याय संहिता की धारा 296 के प्रावधान अनुसार यदि कोई व्यक्ति लोगों के आने जाने की जगहों पर अश्लील गाने-गाने का दोषी पाया जाएगा, उसे 3 महीने की जेल या जुर्माना या फिर दोनों ही प्रकार के दंड से दंडित किया जा सकता है।
भारतीय न्याय संहिता की धारा 296 में जमानत का क्या प्रावधान है।
BNS Section 296 एक जमानती धारा है, यानि जिस भी व्यक्ति को किसी सार्वजनिक जगहों पर गंदे गाने या हरकते करते हुए पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जाता है। उसे गिरफ्तारी के बाद जमानत मिल जाती है।
क्या किसी निजी पार्टी में अश्लील गाने गाना गैरकानूनी है?
नहीं, बीएनएस की धारा 296 केवल सार्वजनिक स्थानों पर लागू होती है। यह निजी जगहों में अश्लील कृत्यों या गीतों पर रोक नहीं लगाती है।
क्या किसी नाबालिग पर BNS 296 के तहत आरोप लगाया जा सकता है?
हाँ, नाबालिगों पर BNS की धारा 296 के तहत आरोप लगाया जा सकता है यदि वे सार्वजनिक रूप से कोई अश्लील कृत्य या गाना गाते पाए जाते हैं। हालाँकि, नाबालिग की आयु और अपराध की प्रकृति के आधार पर दंड अलग-अलग हो सकते हैं।