Meri behan angaan vadi ki sahika he 10022020 k 00 angan vadi se ghar ja rahi hi ab irshad khan amp
सवाल
Meri behan angaan vadi ki sahika he 10,02,2020 ko 3:00 angan vadi se ghar ja rahi thi tab irshad khan & raju khan urf talim ne gande shabd bole or unka pichha kiya fir irshad khan ne unka hath pakada or raju ne unse chheda fir meri bahan un se bach kar ghar bhagi humare ghar par koi nahi tha mummy or me jaungl Gye the kam par hamare ghar ane ke baad humko bataya didi ne
उत्तर (1)
अस्वीकरण: उपर्युक्त सवाल और इसकी प्रतिक्रिया किसी भी तरह से कानूनी राय नहीं है क्योंकि यह LawRato.com पर सवाल पोस्ट करने वाले व्यक्ति द्वारा साझा की गई जानकारी पर आधारित है और LawRato.com में सिविल वकीलों में से एक द्वारा जवाब दिया गया है विशिष्ट तथ्यों और विवरणों को संबोधित करें। आप LawRato.com के वकीलों में से किसी एक से प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए अपने तथ्यों और विवरणों के आधार पर अपनी विशिष्ट सवाल पोस्ट कर सकते हैं या अपनी सवाल के विस्तार के लिए अपनी पसंद के वकील के साथ एक विस्तृत परामर्श बुक कर सकते हैं।
सिविल कानून से संबंधित अन्य प्रश्न
- mera naam vikas kumar ,main sukhmani services ka owner hun ,, maine kuch din phele sarkari tender main maine quotation di aur usme order date 45 days ki thi , jiske anusaar sarkari tender ka work order mujhe mil gya , lekin 2 din baad hi mujhe verbly bol diya gya ki apka work order cancel ho gya is situtaition mujhe kya krna hoga
- मैं और मेरी पूरी फैमिली दिल्ली के नजदिक लोनी में चार पांच महीने पहले ही दिल्ली से शिफ्ट हुई है। मेरी पत्नी अपनी मां के शिकाए में चलती है। और घर में आए दिन किसी न किसी बात को लेकर लड़ती रहती है। और हमको धमकी देती है कि तुम सब को दहेज के केस में और मारा पीटी के केस में बंद करवा दूंगी।
- मेरा सेंट्रल बैंक से एक सीसी लिमिट लोन चल रहा है इस समय से मैं लोन का भर रहा हूं लेकिन अब मैं लोन का इंस्टॉलमेंट भरने में असमर्थ हूं इस लोन में मेरी प्रॉपर्टी रखा है लेकिन EM आज तक नहीं हुआ यदि मेरा लोन एनपीए होता है तुम मेरी प्रॉपर्टी हो सकती है कृपया मुझे बताएं
- मेरा प्रिंसिपल निजी द्वेष बस मुझपर झूठा वित्त का हेरापेरी यानी गमन का आरोप लगाकर बार-बार नोटिस दे रहा है इसका कोई साक्ष्य नहीं है जिससे मेरा मानसिक और प्रतिष्ठा दोनो प्रभावित हो रहा है। इस प्रकरण में क्या करना चाहिए जबकि उसके हर एक पत्र में साक्ष्य मांग रहा हूं वह उसे देने के बजाय बार बार उस प्रकरण को लेकर हमे नोटिस पकड़ा देता है कृपया उचित सलाह दें।