
विषयसूची
- बीएनएस धारा 281 क्या है - BNS Section 281 in Hindi
- आपराधिक उदाहरण:
- धारा 281 के अंतर्गत आने वाले आपराधिक कृत्य
- भारतीय न्याय संहिता की धारा 281 के अपराध के लिए दंड
- BNS Section 281 में जमानत कैसे व कब मिलती है
- BNS 281 के तहत केस दर्ज होने पर बचाव के कानूनी उपाय
- बीएनएस धारा 281 पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
कभी-कभी हमारे द्वारा कि गई एक छोटी सी लापरवाही भी हमें आम आदमी से अपराधी बना सकती है। जी हाँ अकसर हम अपने किसी भी वाहन (Vehicle) को चलाते समय इतनी लापरवाही कर देते है, जिसके कारण ना चाहते हुए भी किसी अपराध के भागीदार बन जाते है। इसके साथ ही किसी अन्य व्यक्ति को भी हमारी वजह से गंभीर नुकसान हो सकता है। इसलिए लापरवाही से वाहन चलाने से पहले उससे पैदा होने वाले परिणामों की हमें पूरी जानकारी होना बहुत जरुरी है। आज के लेख में हम रैश ड्राइविंग से संबंधित भारतीय न्याय संहिता की बहुत ही उपयोगी धारा के बारे में आपको जानकारी देंगे, कि बीएनएस धारा 281 क्या है (BNS Section 281 in Hindi)? यह कब लागू होती है? इस धारा में सजा. जमानत और बचाव के प्रावधान?
दोस्तों के साथ पार्टी करके देर रात नशे की हालत में गाड़ी चलाना और फिर किसी हादसे का शिकार हो जाना। ऐसे मामलों के बारे में रोजाना खबरें सुनना बहुत ही आम सी बात हो गई है। लेकिन ऐसी लापरवाही का अंजाम उस अपराध को करने वाले व्यक्ति व उसके पूरे परिवार को भुगतना पड़ सकता है। इसलिए ऐसे किसी भी संकट से बचने के लिए BNS Section 281 के प्रावधानों (Provisions) को बताने वाले इस लेख को ध्यान से पढ़े।
बीएनएस धारा 281 क्या है - BNS Section 281 in Hindi
भारतीय न्याय संहिता की धारा 281 रैश ड्राइविंग (Rash Driving) के अपराध से संबंधित है। जिसमें बताया गया है कि यदि कोई व्यक्ति सार्वजनिक जगहों (Public places) पर तेज गति (Fast Speed) या लापरवाही से वाहन चलाता है। जिससे किसी भी इंसान के जीवन या संपत्ति को खतरा होने की संभावना रहती है। ऐसे अपराध करने वाले व्यक्तियों पर BNS Section 281 के अंतर्गत कार्यवाही की जाती है।
इससे पहले लापरवाही से वाहन चलाने के अपराध के मामलों को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 279 के तहत दर्ज किया जाता था। लेकिन भारतीय न्याय संहिता (BNS) के लागू होने के बाद से इस प्रकार के सभी मामलों को BNS 281 के तहत दर्ज कर कार्यवाही की जाएगी।
बीएनएस की धारा 281 की मुख्य बातें
- किसी व्यक्ति के जीवन को खतरे में डालने व लापरवाही से गाड़ी चलाना रैश ड्राइविंग माना जाता है। इसमें तेज गति से गाड़ी चलाना, लापरवाही से ओवरटेक करना, शराब या ड्रग्स के नशे में गाड़ी चलाना शामिल हैं।
- तेज गति से या ऐसे तरीके से गाड़ी चलाना जिससे किसी संपत्ति, जैसे कि अन्य वाहन, पैदल चलने वाले लोग या किसी सार्वजनिक संपत्ति (Public Property) खतरे में पड़ जाते है।
आपराधिक उदाहरण:
रवि नाम का एक व्यक्ति रात को अपने आफिस से घर आते समय एक जगह रुककर शराब पी लेता है। कुछ देर बाद ही रवि को बहुत ज्यादा नशा हो जाता है, जिसके बाद वो अपनी कार चालू करता है और घर की तरफ निकल जाता है। शराब के नशे में गाड़ी चलाते वक्त रवि गाने सुनते-सुनते कार को बहुत तेजी से चलाने लग जाता है। कुछ ही दूरी पर चलने के बाद अचानक से रवि की गाड़ी संतुलन खो देती है, और फल बेचने वाले एक व्यक्ति को टक्कर मार देती है।
जिसके कारण उस व्यक्ति को चोट लग जाती है और उसका सामान भी सारा खराब हो जाता है। इस घटना को देख आस-पास के लोग तुरन्त पुलिस को बुला लेते है। जिसके बाद पुलिस आकर लापरवाही से वाहन चलाने के अपराध की धारा 281 के तहत रवि को गिरफ्तार कर लेती है, और उस पर कार्यवाही करती है।
धारा 281 के अंतर्गत आने वाले आपराधिक कृत्य
- यदि आप लापरवाही से गाड़ी चलाते हैं और इससे किसी को चोट लगती है या जानमाल (Life & Property) का नुकसान होता है, तो यह BNS Section 281 के तहत अपराध माना जाएगा।
- दी गई निर्धारित गति (Speed Limit) से ज्यादा गति से गाड़ी चलाना भी इसके अनुसार अपराध है।
- शराब या नशीली दवाओं का सेवन करके नशे में गाड़ी चलाना।
- एकतरफा सड़क (One sided Road) पर गलत दिशा (Wrong direction) में गाड़ी चलाना या गलत लेन (Wrong lane) में गाड़ी चलाना भी अपराध है।
- लाल बत्ती पर गाड़ी चलाना या ट्रैफिक सिग्नल का उल्लंघन करना।
- दूसरों को डराने या परेशान करने के लिए खतरनाक तरीके से गाड़ी चलाना।
- गाड़ी चलाते समय मोबाइल फोन पर बात करना या मैसेज करना।
- बिना ड्राइविंग लाइसेंस के गाड़ी चलाना।
- निर्धारित क्षमता (Rated Capacity) से अधिक लोगों या सामान को गाड़ी में ले जाना।
- पुलिस अधिकारी द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन न करना।
भारतीय न्याय संहिता की धारा 281 के अपराध के लिए दंड
बीएनएस की धारा 281 में रैश ड्राइविंग के अपराध की सजा के लिए बताया गया है, कि जो भी व्यक्ति गलत तरीके से वाहन चलाकर किसी भी व्यक्ति या संपत्ति को नुकसान पहुँचाने का दोषी (Guilty) पाया जाता है। उस व्यक्ति को एक अवधि के कारावास (Imprisonment) की सजा जिसे 6 महीने तक बढ़ाया जा सकता है, व जुर्माने से भी दंडित किया जा सकता है।
इसके अलावा ऐसे मामलों में अपराध की गंभीरता को देखते हुए सजा को इससे ज्यादा भी बढ़ाया जा सकता है। इसके साथ ही अदालत ड्राइवर के लाइसेंस को भी निलंबित (Suspend) कर सकती है।
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BNS Section 281 में जमानत कैसे व कब मिलती है
बीएनएस की धारा 281 एक संज्ञेय (Cognizable) यानी गंभीर अपराध होता है, परन्तु यह एक जमानती अपराध (Bailable Offence) है। इसका मतलब है कि इस धारा के तहत गिरफ्तार किए गए व्यक्ति को जमानत मिल जाती है। आरोपी व्यक्ति जमानत के लिए मजिस्ट्रेट की अदालत में आवेदन दे कर जमानत (Bail) प्राप्त कर सकता है। परन्तु यदि आरोपी द्वारा किया गया अपराध ज्यादा गंभीर है। जिसमें आरोपी व्यक्ति पर इस धारा के साथ-साथ अन्य गंभीर अपराधों की धारा भी लगी हुई है, तो जमानत नहीं दी जाएगी।
जैसे:- गलत तरीके से वाहन चलाने के कारण आरोपी की वजह से किसी अन्य व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो ऐसे मामलों में अन्य गंभीर आपराधिक धाराओं को भी शामिल किया जा सकता है।
BNS 281 के तहत केस दर्ज होने पर बचाव के कानूनी उपाय
यदि आपके खिलाफ BNS Section 281 के तहत केस दर्ज (Case Register) किया गया है, तो ऐसे स्थिति में घबराएं नहीं। बल्कि शांति से काम लेकर नीचे दिए गए बचाव उपायों का इस्तेमाल करें।- ऐसे मामलों में सबसे पहले किसी भी अनुभवी वकील (Experienced lawyer) के पास जाए और उसे अपने केस से जुड़ी सारी बाते बताए।
- इसके बाद वकील आपके मामले को अच्छे से समझेगा व सारे सबूतों (Evidences) की अच्छे से देखने के बाद आगे की रणनीति तैयार करेगा।
- पुलिस या जांच अधिकारी (investigation officer) को जांच के दौरान सहयोग करें।
- अपने पक्ष में सबूत इकट्ठा करें जो यह दिखा सकें कि आपने BNS Section 281 का उल्लंघन नहीं किया है।
- इसमें गवाहों के बयान, सीसीटीवी फुटेज, या कोई अन्य जरुरी सबूत भी शामिल हो सकते हैं।
- आपका वकील आपके हितों की रक्षा करने के लिए अपना पूरा प्रयास करेगा, इसलिए हमेशा अपने वकील की सलाह ले।
- अगर आप निर्दोष (Innocent) है और आपके पास खुद की बेगुनाही के सारे सबूत है, तो न्यायालय की और से आप पर दर्ज मुकदमे को खारिज किया जा सकता है।
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निष्कर्ष:- BNS Section 281 का मुख्य उद्देश्य लापरवाही से वाहन चलाने की वजह से होने वाले हादसों को रोकना है। हम सभी को अपनी व अन्य लोगों की सुरक्षा के लिए हमेशा ट्रैफ़िक नियमों (Traffic Rules) का पालन करना चाहिए। जिसके लिए सावधानी से वाहन चलाए व गाड़ी चलाते समय ध्यान भटकाने वाली चीज़ों से बचें और शराब के नशे में कभी भी गाड़ी न चलाएँ। यदि फिर भी किसी कारण से आप ऐसे किसी कानूनी केस में फंस जाते है, तो ऐसे मामलों से निपटने के लिए आप हमारे काबिल वकीलों से घर बैठे सलाह प्राप्त कर सकते है।


बीएनएस धारा 281 पर अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
बीएनएस सेक्शन 281 क्या है?
भारतीय न्याय संहिता की धारा 281 रैश ड्राइविंग यानि लापरवाही से गाड़ी चलाने के अपराध के बारे में बताती है।
भारतीय न्याय संहिता की सेक्शन 281 के तहत रैश ड्राइविंग में कौन से कार्य शामिल है?
तेज गति से वाहन चलाना, शराब के नशे में वाहन चलाना, लापरवाही से ओवरटेक करना, लाल बत्ती पार करना और अन्य ऐसे कार्य जो दूसरों के जीवन को खतरे में डालते हैं।
बीएनएस धारा 281 के अपराध के लिए क्या दंड है?
भारतीय न्याय संहिता धारा 281 गलत तरीके से वाहन चलाने पर एक अवधि से लेकर 6 महीने तक की कारावास, जुर्माना या दोनों हो सकते हैं।
क्या भारतीय न्याय संहिता के धारा 281 एक जमानती अपराध है?
BNS Section 281 एक जमानती अपराध है जिसमें आरोपी व्यक्ति को अधिकार के तौर पर जमानत दी जा सकती है।