चेक बाउंस केस में बचाव जहां नकद में भुगतान किया जा चुका है


सवाल

मुझे एक चेक बाउंस के झूठे मामले में फँसाया गया है जिसका मेरे द्वारा नकद में काफ़ी समय पहले भुगतान किया गया था। मैंने 2007 में एक दोस्त से 15 लाख रुपये उधार लिया थे और उसे उसके बदले में एक खाली चेक दिया था। मैंने 2007 में नकदी से धन वापस कर दिया और इसके लिए लिखित पावती भी ली। उसने चेक वापस नहीं किया और कहा कि उससे चेक खो गया है।
 
3 महीने पहले मुझे चेक बाउंस के लिए वकील द्वारा कानूनी सूचना मिली कि मेरे दोस्त ने चेक प्रस्तुत किया और वह बाउंस हो गया। अब मेरे पास एक अदालत का सम्मन भी आ गया है।
 
मेरा बचाव क्या होना चाहिए और मैं कैसे आगे बढ़ूं?

उत्तर (1)


347 votes

आपको न्यायालय के समक्ष पेश हो कर हलफनामे के माध्यम से अपने साक्ष्य दर्ज करने के लिए समय की मांग करने की आवश्यकता है जिससे आपको यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि आप साबित करें कि कथित ऋण चुकाया जा चुका है और प्रश्नगत चेक एक सुरक्षा चेक है जिसे वापस किया जाना था। जैसा कि आपने कहा था कि ऋण चुकाने के संबंध में आपके पास पावती रसीद है, इसलिए इसे आसानी से साबित किया जा सकता है कि ऋण का भुगतान किया चुका है। हम सुझाव देते हैं कि आपको प्रतिनिधित्व करने और साक्ष्य का मसौदा तैयार करने के लिए आपको एक वकील की सहायता लेनी चाहिए। यदि आपको किसी ने चेक बाउंस के झूठे मामले में फसाया है, तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है, ऐसे मामलों में भारत की न्यायालय आपकी पूर्ण मदद करेगी।
चेक बाउंस के झूठे मामले से कैसे बचें?
आजकल देश में किसी व्यक्ति को फ़साने या कोई नुक्सान पहुंचाने के लिए कानून का सहारा लेना बहुत ही आम बात बन चुका है, जिसमें एक व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति से बदला लेने के लिए उसे किसी झूठे मामले में फसा देता है, जिससे उसका बदला भी पूरा हो जाता है, और उसे कुछ करना भी नहीं पड़ता है। किन्तु भारत की न्याय व्यवस्था किसी निर्दोष व्यक्ति का कभी अहित नहीं कर सकती है, क्योंकि भारत की न्याय व्यवस्था का एकमात्र उद्देश्य होता है, कि भले ही एक बार कोई दोषी व्यक्ति सजा पाने से बच जाये पर किसी निर्दोष को सजा नहीं होनी चाहिए। इसीलिए चेक बाउंस के मामले में भी न्यायालय एक निर्दोष व्यक्ति की पूरी मदद करती है। यदि आपने किसी व्यक्ति से लिया गया कोई ऋण का भुगतान कर दिया है, और आपके पास उस भुगतान की रसीद उपलब्ध है, तो आप वह रसीद न्यायालय में पेश करके अपने आप को बेगुनाह साबित कर सकते हैं, और ऐसे मामले में आपको किसी अनुभवी वकील से भी सलाह लेनी चाहिए क्योंकि एक वकील ही ऐसा व्यक्ति हो सकता है जो आपको किसी झूठे मामले से बचाने में आपकी मदद कर सकता है, और आपको इंसाफ दिला सकता है।
आवश्यक डाक्यूमेंट्स जो केस के साथ फ़ाइल करने होते हैं
न्यायालय में केस फ़ाइल करते समय आप इन डाक्यूमेंट्स को केस में अवश्य ही लगाएं

  1. वह रसीद जिसमें आपने अपने ऋण का भुगतान किया था।
  2. चेक को बैंक में डालने के समय भरी जाने वाली स्लिप
  3. चेक की बाउंस होने वाली स्लिप (बैंक की स्टाम्प व सिग्नेचर के साथ)
  4. लीगल नोटिस तथा उसकी पोस्टल स्लिप सबूत के लिए कि आपका नोटिस दोषी पार्टी को मिला था, यदि नोटिस नहीं मिला तो उस के कारण क्या थे
  5. अगर दोषी पार्टी द्वारा आपके लीगल नोटिस का कोई जवाब आपको मिला है, तो उसका रिप्लाई
  6. इसके अलावा कोई एग्रीमेंट जो आप दोनों के बीच हुआ है, या इस लेनदेन से सम्बन्धित कोई अन्य दस्तावेज इत्यादि।


अस्वीकरण: इस पृष्ठ का अनुवाद Google Translate की मदद से किया गया है। इसमें कुछ अंश या संपूर्ण अनुवादित लेख गलत हो सकता है क्योंकि सटीकता के लिए किसी वकील द्वारा इसकी जाँच नहीं की गई है। कोई भी व्यक्ति या संस्था जो इस अनुवादित जानकारी पर निर्भर है, वह ऐसा अपने जोखिम पर करता है। LawRato.com अनुवादित जानकारी की सटीकता, विश्वसनीयता, अस्पष्टता, चूक या समयबद्धता पर निर्भरता के कारण होने वाले किसी भी नुकसान के लिए उत्तरदायी नहीं होगा। अपने स्वयं के कानूनी मामले के लिए किसी भी निर्णय लेने के लिए अपने वकील से जांच और पुष्टि कर सुनिश्चित करें।

अनुवादित किया गया मूल उत्तर यहां पढ़ा जा सकता है।


भारत के अनुभवी चैक बाउन्स वकीलों से सलाह पाए


चैक बाउन्स कानून से संबंधित अन्य प्रश्न