एकतरफा तलाक के नियम

April 05, 2024
एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा
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विषयसूची

  1. ​एकतरफा तलाक में कितना समय लगता है?

यदि पति या पत्नी में से किसी एक का इरादा दूसरे को तलाक देने का नहीं है, जबकि दूसरा तलाक देना चाहता है, तो इसे एकतरफा तलाक कहा जाता है।

एकतरफा तलाक के लिए तलाक याचिका का प्रारूप तैयार करने के बाद उसे न्यायालय में पेश किया जाता है। एकतरफा तलाक केवल कुछ निश्चित आधारों पर ही दिया जाता है, जो कि हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 के सेक्शन 13, के तहत उल्लिखित हैं।

इस तरह की कुछ परिस्तिथियाँ जिनमें तलाक के लिए न्यायालय में याचिका दायर की जा सकती है, हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 के सेक्शन 13 (1), के तहत आते हैं।



इस हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 के शुरू होने से पहले या बाद में होने वाली किसी भी शादी का तलाक, पति या पत्नी द्वारा न्यायालय में प्रस्तुत तलाक की याचिका पर हो सकता है, एकतरफा तलाक पाने के लिए कोई भी व्यक्ति न्यायालय से तलाक का आदेश प्राप्त कर सकता है, यदि तलाक निम्न दिए गए किसी भी आधार पर लिया जा रहा है-

  1. विवाह के पश्चात्, अपने पति या पत्नी के अलावा किसी भी व्यक्ति के साथ स्वैच्छिक संभोग किया गया हो; या-

  1. पति या पत्नी में से किसी एक ने विवाह के पश्चात् याचिकाकर्ता के साथ क्रूरता का व्यवहार किया है; या

  2. पति या पत्नी में से कोई एक न्यायालय में याचिका की प्रस्तुति के तुरंत पहले याचिकाकर्ता के साथ काम से कम दो साल तक न रहा हो;

  1. पति या पत्नी में से किसी एक ने हिन्दू धर्म से किसी दूसरे धर्म में धर्म परिवर्तन कर लिया हो; या

  2. पति या पत्नी में से कोई एक पागल या किसी बिना इलाज वाली बीमारी से पीड़ित है, या किसी एक को मानसिक विकार की वजह से लगातार या कुछ समय में रुक-रुक कर पीड़ा होती है, जिससे कि याचिकाकर्ता की प्रतिवादी के साथ रहने की उम्मीद नहीं की जा सकती है।

  3. पति या पत्नी में से कोई एक किसी विषैले रोग या कुष्ठ रोग जैसे असाध्य रोग से पीड़ित है; या

  4. पति या पत्नी में से कोई एक किसी संक्रामक रोग से पीड़ित है; या

  5. पति या पत्नी में से किसी एक ने सन्यास लेकर दुनिया का त्याग कर दिया है; या

उन लोगों द्वारा जो प्रतिवादी के बारे में अक्सर सुना करते थे, सात साल या उससे अधिक समय तक के लिए जीवित रहने के बारे में नहीं सुना गया है।


​एकतरफा तलाक में कितना समय लगता है?

एकतरफा तलाक में समय का आधार केस की प्रकृति, स्थानिक कानूनों और कोर्ट के लोड के अनुसार अलग-अलग हो सकता है। इसलिए, निश्चित रूप से कहना कि एकतरफा तलाक मामले में कितना समय लगेगा, मुश्किल है।

कुछ केस में, एकतरफा तलाक प्रक्रिया त्वरित हो सकती है और कुछ मामलों में यह समय लगा सकता है। इसे कोर्ट के लोड, प्रक्रिया की लंबाई, पति और पत्नी के बीच के विवादों के समाधान की आवश्यकता, और केस के प्रकार पर भी प्रभावित किया जा सकता है।

सामान्यतः, एकतरफा तलाक प्रक्रिया में कुछ महीनों का समय लगता है, जबकि कुछ मामलों में यह वर्षों तक खींच सकता है। इसलिए, यदि आपको अपने विवाद में एकतरफा तलाक की प्रक्रिया के बारे में जानकारी चाहिए, तो आपको अपने वकील से संपर्क करना चाहिए, जो आपकी विशेष परिस्थितियों के आधार पर समयगत अनुमान लगा सकेगा।

 

 

 




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