तेजाब फेकने (Acid Attack) की आईपीसी धारा 326a में सजा, जमानत

अपडेट किया गया: 01 Apr, 2024
एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा


LawRato

किसी पर तेजाब फेकना एक ऐसा अपराध जिसके बारे में सुनकर देश के हर व्यक्ति को डर लगता है और हर इंसान यही प्रार्थना करता है कि ऐसा अपराध किसी के साथ ना हो। दोस्तों आप सभी ने एसिड द्वारा किए जाने वाले हमलो के बारे में सुना तो बहुत है लेकिन IPC की कौन-सी धारा इसके दोषी (Guilty) व्यक्ति को सजा देती है इसकी जानकारी आज भी देश के ज्यादातर लोगों को नहीं है। इसलिए आज के हमारे इस बहुत ही महत्वपूर्ण लेख में हम आपको बताएंगे की किसी पर तेजाब फेकने की धारा कौन सी है इसके साथ ही हम जानेंगे की आईपीसी की धारा 326a क्या है (IPC Section 326a in Hindi), ये धारा कब और किस क्राइम में लगती है? IPC 326a के तहत एसिड अटैक के मामले में सजा और जमानत कैसे मिलती है।

अकसर इस प्रकार का अपराध (Crime) हमारे देश की महिलाओं के साथ ज्यादा देखने को मिलता है। हर साल Acid Attack के बहुत सारे मामले हमारे देश में देखने को मिलते है इसलिए चाहे आप महिला हो या पुरुष ऐसे अपराध की पूरी जानकारी आप सभी को होना बहुत ही जरुरी है ताकि ऐसे अपराधों में खुद का बचाव (Defense) करने व कानूनी कार्यवाही (Legal Action) करने की जानकारी आप सभी को हो सके। इसके साथ ही आज हम आपको बताएंगे की यदि आप पर या किसी अन्य व्यक्ति पर तेजाब (Acid) द्वारा हमला किया जाता है तो उस स्थिति में आपको क्या करना चाहिए। ये सभी आवश्यक जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे IPC Section 326a के इस लेख को पूरा पढ़े।

धारा 326a क्या है – IPC Section 326a in Hindi

भारतीय दंड संहिता की धारा 326a के अनुसार बताया गया है कि जो कोई भी व्यक्ति जानबूझकर किसी भी महिला या पुरुष पर तेज़ाब (एसिड) द्वारा हमला करके उसे गंभीर चोट (Serious injury) पहुँचाने का अपराध करता है तो उस पर एसिड द्वारा हमला करने की IPC 326a के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जाती है।

तेजाब द्वारा किसी भी व्यक्ति पर हमला करना एक बहुत ही गंभीर अपराध है इसलिए जो कोई भी व्यक्ति ऐसा कार्य करता है उसे कारावास (imprisonment) की सजा से दंडित किया जा सकता है।


Acid Arrack की धारा 326a के अपराध व उसके प्रावधान से जुडी मुख्य बातें

जिन लोगों को एसिड अटैक होने पर लगने वाली धारा के बारे में बिल्कुल भी जानकारी नहीं है उन्हें आज हम सारी जानकारी देंगे की धारा 326a कब लागू होती है, और इसको लागू करने के लिए किन मुख्य बातों को देखा जाता है।

  • स्वैच्छिक कार्य: गंभीर चोट पहुँचाने या ऐसिड़ एटैक का कार्य आरोपी व्यक्ति द्वारा खुद की इच्छा से किया जाना चाहिए, यानी उसके द्वारा जानबूझकर (Intentionally) किया गया होना चाहिए।
  • गंभीर चोट: पीड़ित (Victim) पर किए गए हमले की प्रकृति गंभीर होनी चाहिए।
  • एसिड या संक्षारक पदार्थ का उपयोग: गंभीर चोट पहुंचाने के लिए आरोपी द्वारा एसिड या किसी अन्य खतरनाक पदार्थ का उपयोग किया जाना शामिल होना चाहिए।
  • पुरुष या महिला किसी पर भी: धारा 26a के तहत एसिड एटैक का अपराध पुरुषों व महिला दोनों के अपराध करने व शिकार होने पर समान रुप से लागू होता है।
  • मुआवजा: मुआवजा अदालत अपराधी को सजा के साथ-साथ पीड़ित को मुआवजा (Compensation) देने का भी आदेश (Order) दे सकती है।

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IPC Section 326a अपराध उदाहरण

एक छोटे से शहर में प्रिया नाम की एक युवती रहती थी। वह एक बहुत ही होनहार व मेहनती लड़की थी, जो खुद को एक सफल कलाकार बनाने के सपने देखती थी और उसके लिए बहुत मेहनत करती थी। एक दिन जब प्रिया अपने घर जा रही थी, तो उसने देखा कि कोई अंजान व्यक्ति उसका पीछा कर रहा है। कुछ ही देर बाद वो व्यक्ति अचानक उसके सामने आ जाता है और उस पर तेजाब की बोतल फेंक देता है। जिससे सारा तेजाब प्रिया के चेहरे पर गिर जाता है और उसकी त्वचा (Skin) जलने लगती है।

कुछ लोग उसे तुरंत इलाज के लिए अस्पताल लेकर जाते है। इसके बाद पुलिस इस घटना की जांच करती है और कुछ दिन बाद उस व्यक्ति को गिरफ्तार (Arrest) कर लेती है, जिसके बाद पुलिस उस व्यक्ति पर आईपीसी की धारा 326a के तहत एसिड़ द्वारा हमला करने के अपराध के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही करती है।

IPC 326a में सजा – Acid Attack Punishment in Hindi

आईपीसी 326a के तहत एसिड हमला करने की सजा कम से कम दस साल की कैद है, जिसे अपराध की गंभीरता को देखते हुए आजीवन कारावास (Life imprisonment) तक भी बढ़ाया जा सकता है। इसके अतिरिक्त, अदालत पीड़ित के चिकित्सा खर्चों को कवर करने के लिए सजा के तौर पर दोषी व्यक्ति पर जुर्माना (Fine) भी लगा सकती है।

इसलिए यदि कोई भी व्यक्ति किसी महिला या पुरुष पर Acid Attack करने के अपराध का दोषी (Guilty) पाया जाएगा उसे 10 वर्ष तक की कारावास की सजा से दंड़ित (Punished) किया जाएगा।

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धारा 326a में जमानत का प्रावधान – IPC 326a is Bailable or Not?

आई पी सी की धारा 326a एक संज्ञेय और गैर-जमानती अपराध (Cognizable or Non-Bailable Offence) की श्रेणी में आती है। एसिड अटैक को एक संज्ञेय यानी गंभीर अपराध माना जाता है, यदि कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति पर एसिड द्वारा हमला करता है तो ऐसे गंभीर अपराध को करने पर पुलिस आरोपी (Accused) को बिना किसी वारंट (Warrant) के गिरफ्तार कर सकती है और जांच (Investigation) शुरु कर सकती है।

IPC Section 326a एक गैर-जमानती अपराध भी है, इसलिए आरोपी को मुकदमे के दौरान बेल मिलना मुश्किल हो जाता है। Acid attack की धारा 326a एक गैर-शमनीय (Non Compoundable) होती है जिसका मतलब होता है कि इस अपराध में समझौता (Compromise) नहीं किया जा सकता। यह मामला प्रथम श्रेणी के मजिस्ट्रेट द्वारा विचारणीय (Triable) होता है।


IPC Section 326a में बचाव के लिए सावधानियां

एसिड अटैक से खुद को बचाने के लिए, यहां कुछ सरल सावधानियां दी गई हैं जिन्हें आप अपना सकते हैं:

  • अपने आस-पास के लोगों से हमेशा सतर्क व जागरूक रहें, अगर आपको किसी से खतरा महसूस हो तो तुरन्त किसी सुरक्षित स्थान पर जाने का प्रयास करें।
  • रात के दौरान किसी भी सुनसान व अंधेरे वाले रास्ते से जाने से अपना बचाव करें, हमेशा अपने आने जाने के लिए वो रास्ता ले जहाँ काफी लोग आते जाते हो और उस रास्ते पर रोशनी भी हो।
  • यदि कोई व्यक्ति आपसे बहस करता है या झगड़ा करने की कोशिश करता है तो खुद को शांत रखे और शांति से वहाँ से चले जाएं।
  • अंजान व संदिग्ध व्यक्तियों से दूरी बनाकर रखे और यदि कोई ऐसा व्यक्ति आपका पीछा करता है तो तुरंत इसकी जानकारी अपने घर वालो या पुलिस को दे।
  • महिलाओं को अपनी सुरक्षा के लिए अपने साथ मिर्ची स्प्रे रखना चाहिए।
  • किसी भी प्रकार का हमला होने की संभावना होने पर तुरन्त Police Helpline No 100 पर फोन कर शिकायत दर्ज करें।

ऐसी ही कुछ महत्वपूर्ण जानकारियों को ध्यान में रख कर आप खुद पर होने वाली किसी भी घटना व अपराध से अपना बचाव कर सकते है।


तेजाब द्वारा हमला होने पर क्या करना चाहिए

यदि आप पर कभी तेजाब द्वारा हमला होता है या किसी और को आप इस हमले की स्थिति में पाते है तो आपको तुरन्त ये उपाय करने चाहिए।

  • जिस व्यक्ति पर Acid Attack हुआ है उसे तुरन्त उस खतरे वाली जगह से निकालकर किसी सुरक्षित जगह ले जाने की कोशिश करें ताकि हमलावर दोबारा उस पर हमला (Attack) ना कर सके।
  • इसके बाद तुरन्त Ambulance को बुलाने के लिए फोन करे दें।
  • यदि आप किसी पीड़ित की मदद कर रहे है तो एसिड गिरने वाली जगह पर अपना हाथ लगाने से बचे।
  • जिस जगह पर तेजाब गिरा है उस जगह को 10-20 मिनट तक लगातार पानी से धोए, जिससे एसिड पतला करने और इससे होने वाले नुकसान को कम करने में मदद मिलती है।
  • इस स्थिति में सिरका, बेकिंग सोडा या किसी क्रीम का इस्तेमाल ना करें क्योंकि वे एसिड़ के साथ प्रतिक्रिया (Reaction) कर चोट को और ज्यादा खराब कर सकते है।
  • जिस भी जगह पर तेजाब गिरा है उस जगह को कभी भी रगड़ना या पोंछना (Rub or wipe) नहीं चाहिए, इससे एसिड फैल सकता है और ज्यादा नुकसान भी हो सकता है।
  • पानी से धोने के बाद किसी भी संक्रमण (Infection) से बचाने के लिए उस जगह को साफ व सूखे कपड़े से ढक दे।
  • इसके बाद तुरन्त अपने आस-पास के अस्पताल में जाकर आगे की चिकित्सा सहायता (Medical Help) लेनी चाहिए।

इसी प्रकार के कुछ उपायों का उपयोग करके आप खुद पर या किसी अन्य पर अचानक हुए एसीड हमले के दौरान मदद कर सकते है। अगर आप किसी को इस अपराध का शिकार हुआ पाते है तो उसकी मदद जरुर करें, क्योंकि यह किसी व्यक्ति की जिंदगी को बचा सकता है।

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