IPC Section 121 in Hindi - युद्ध छेड़ने की धारा में जमानत, सज़ा और बचाव

अपडेट किया गया: 01 Apr, 2024
एडवोकेट चिकिशा मोहंती द्वारा


LawRato

प्रिय पाठकों स्वागत है आपका हमारे एक और नए लेख में, हमारा अपने सभी लेखों द्वारा एक ही प्रयास रहता है कि देश के सभी लोगों को उनके अधिकारों के लिए बने सभी कानूनों (Laws) की जानकारी हो सकें। इसलिए आज के लेख द्वारा हम आपको बताएंगे, भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत आने वाली IPC की धारा के बारे में की आईपीसी धारा 121 क्या है (IPC Section 121 in Hindi), ये धारा कब लगती है? इस अपराध के मामले में सजा और जमानत कैसे मिलती है। यदि आप भी इस धारा के बारे में संपूर्ण जानकारी चाहते है तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़े।

कुछ मामले ऐसे होते है जिनमें कुछ लोग अपना एक ग्रुप बनाकर सरकार (Government) के खिलाफ बगावत (Rebellion) कर देते है। इस प्रकार वो सरकार से अपनी मांग मंगवाने के लिए सरकार के खिलाफ युद्ध (War) तक भी छेड़ देते है। इस प्रकार के अपराध करने वाले लोगों को क्या सजा (Punishment) मिलती है? इसी बारे में आज हम आपको बताएंगे।

IPC 121 in Hindi – आईपीसी धारा 121 क्या है

आईपीसी की धारा 121 के तहत बताया गया है कि, जो भी व्यक्ति भारत सरकार के खिलाफ युद्ध करता है, युद्ध करने का प्रयास (Attempt To Wage War) करता है या युद्ध करने के लिए लोगों को उकसाने (Provoking) का कार्य करता है। ऐसा अपराध करने वाले व्यक्ति पर IPC 121 के अनुसार मुकदमा दर्ज (Case Register) कर कार्यवाही की जाती है।


आईपीसी की धारा 121 की मुख्य बाते क्या है?

भारतीय दंड संहिता की सैक्शन 121 के अपराध को साबित करने वाली मुख्य बाते इस प्रकार हैं:-

  • यह धारा भारत सरकार (Indian Govt) के खिलाफ युद्ध छेड़ने (Waging War) या छेड़ने का प्रयास करने के अपराध से संबंधित है।
  • इसमें आरोपी का इरादा (Intention) भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने का होना चाहिए।
  • इसमें हथियार (Weapon) उठाना या राज्य के खिलाफ बल प्रयोग की साजिश (Conspiracy) करना शामिल है।
  • इस सैक्शन के तहत आरोप (Blame) लगाए जाते है जब आरोपी किसी युद्ध का आयोजन करना, नेतृत्व करना या उसमें भाग लेना या ऐसा करने का प्रयास (Attempt) करना जैसा कोई भी कार्य करता है।
  • ऐसे व्यक्ति जो सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए दूसरों की सहायता करते हैं,उकसाते (Provoking) हैं या साजिश रचते हैं, उन्हें भी इस IPC Section के तहत उत्तरदायी ठहराया जा सकता है।

धारा 121 में सजा – Punishment in IPC 121

भारतीय दंड संहिता की धारा 121 के अपराध अनुसार जो कोई भी व्यक्ति सरकार के विरुद्ध युद्ध (War) करने का दोषी (Guilty) पाया जाता है। उस दोषी व्यक्ति को सजा (Punishment) के तौर पर आजीवन कारावास (Life imprisonment) की सजा से लेकर मृत्यु दंड की सजा व जुर्माने (Fine) से दंडित किया जा सकता है।

धारा 121 में जमानत – IPC 121 bailable or not?

आईपीसी की सैक्शन 121 के सरकार के विरुद्ध हमला करने के इस अपराध को संज्ञेय अपराध (Cognizable Crime) माना जाता है। जो कोई भी व्यक्ति सरकार के विरुद्ध हमला (Attack Against Government) करता है या करने का प्रयास करता है उसे पुलिस द्वारा बिना किसी वारंट (Warrant) के किसी भी समय गिरफ्तार किया जा सकता है। इस अपराध की गंभीरता को देखते हुए ही इसे गैर-जमानती (Non-Bailable) अपराध की श्रेणी में रखा गया है, इसलिए इस अपराध के आरोपी व्यक्ति (Accused Person) को जमानत मिलना मुश्किल हो जाता है।


धारा 121 a क्या है?

भारतीय दंड संहिता की सैक्शन 121a के तहत जो भी व्यक्ति भारत के अंदर या बाहर रहते हुए केंद्र सरकार (Central Govt.) या राज्य सरकार (State Govt.) पर आपराधिक बल (Criminal Force) का प्रयोग करके षड़यंत्र (Conspiracy) करता है, तो उस व्यक्ति पर सैक्शन121a के तहत केस दर्ज कर सजा के लिए कार्यवाही की जाती है।

धारा 121a का अपराध करने वाले व्यक्ति को 10 वर्ष तक की कारावास या आजीवन कारावास तक की सजा व जुर्माने सें दंडित किया जा सकता है।


सैक्शन 121 में बचाव के लिए जरुरी बातें

दोस्तों आपको IPC Section 121 के अपराध व सजा के बारे में तो पता चल ही गया होगा, लेकिन इस प्रकार के Crimes से बचे रहने के लिए हम कैसे सावधान रहना चाहिए। इसके बारे में भी जानना बहुत जरुरी है, तो चलिए जानते है कुछ आवश्यक बातों के बारे में।

  • सबसे पहले तो इस बात का ध्यान रखना चाहिए की किसी भी ऐसे व्यक्ति के साथ बिल्कुल ना रहे जो देश विरोधी (Anti Nationalist) सोच रखता हो।
  • किसी भी व्यक्ति के ऐसे कार्यों में साथ ना दे जो देश के हित के खिलाफ हो।
  • सरकार के खिलाफ गलत तरीके से प्रदर्शन करने वाले किसी भी ग्रुप में शामिल होने से अपना बचाव करें।
  • यदि कोई व्यक्ति सरकार के लोगों पर हमला करने की साजिश करता है, तो ऐसे लोगों की सूचना तुरन्त पुलिस को दे।
  • केन्द्र व राज्य सरकार के किसी भी नेता के काफिले (Convoy) पर हमला (Attack) ना करें।
  • हमेशा अपने आस-पास के माहौल के बारे में जानकारी रखे किसी भी प्रकार के गैर-कानूनी (Illegal) कार्यों में ना खुद जाए ना किसी रिश्तेदार को जाने दे व इस प्रकार के अपराध के बारे में लोगों को ज्यादा से ज्यादा जागरुक करें।

IPC Section 121 के अपराध से संबंधित अन्य कुछ धाराएं

यहां कुछ महत्वपूर्ण IPC Section दी गई हैं जो सैक्शन 121 के समान हैं या इससे संबंधित हैं:

  • IPC Section 122: "भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने के इरादे से हथियार आदि इकट्ठा करना" यह सैक्शन सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने के इरादे से हथियार या सामग्री इकट्ठा (Collect Weapons or Materials) करने के कार्य से संबंधित है।
  • IPC Section 124 A: "देशद्रोह" यह राजद्रोह (Sedition) के अपराध से संबंधित है, जिसमें कोई भी कार्य या भाषण शामिल है जो हिंसा (Violence) भड़काता है या सरकार के खिलाफ नफरत को बढ़ावा देता है।
  • IPC Section 124 B: "राष्ट्रीय एकता पर प्रतिकूल प्रभाव डालने वाले आरोप, दावे" ये ऐसे आरोप या दावे करने से संबंधित है जो भारत की अखंडता, संप्रभुता और सुरक्षा के लिए हानिकारक हैं।
  • IPC Section 153 A: "धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना और सद्भाव (Harmony) बनाए रखने के लिए प्रतिकूल कार्य करना।" हालाँकि यह धारा सीधे तौर पर राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ने से संबंधित नहीं है, लेकिन यह Section उन कार्रवाइयों को संबोधित करती है जो सांप्रदायिक हिंसा (Sectarian Violence) को जन्म दे सकती हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा (National Security) को कमजोर कर सकती हैं।
  • IPC Section 505: "सार्वजनिक शरारत को बढ़ावा देने वाले बयान" यह सैक्शन ऐसे बयान (Statement) देने से संबंधित है जो सार्वजनिक अशांति (Public Disturbance) पैदा कर सकते हैं या नफरत को बढ़ावा दे सकते हैं।

Offence : अपराध करने की आपराधिक साजिश, मौत से दंडनीय, आजीवन कारावास या 2 साल या ऊपर की अवधि के लिए कठोर कारावास


Punishment : उस अपराध के उकसाने के लिए भी वैसा ही


Cognizance : अपराध के रूप में ही


Bail : अपराध के रूप में ही


Triable : अपराध के रूप में ही



Offence : किसी भी अन्य आपराधिक साजिश


Punishment : 6 महीने या जुर्माना है या दोनों


Cognizance : असंज्ञेय


Bail : जमानती


Triable : मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी





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अक्सर पूछे जाने वाले सवाल


आईपीसी की धारा 121 क्या है?

IPC की धारा 121 भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने, युद्ध छेड़ने का प्रयास करने या उकसाने के अपराध से संबंधित है।



भारतीय दंड संहिता की धारा 121 के तहत अपराध क्या है?

सैक्शन 121 के तहत अपराध में भारत सरकार के खिलाफ किसी भी प्रकार के सशस्त्र विद्रोह या युद्ध में सक्रिय रूप से भाग लेना या उसे बढ़ावा देना शामिल है।



आईपीसी 121 के तहत अपराध के लिए सजा क्या है?

IPC Section 121 के तहत दोषी ठहराए गए अपराधियों को मौत की सजा या आजीवन कारावास का सामना करना पड़ सकता है, और जुर्माना भी देना पड़ सकता है।



क्या संगठनों या समूहों पर IPC 121 के तहत आरोप लगाया जा सकता है?

हां, जो संगठन या समूह सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने या युद्ध का समर्थन करने में शामिल हैं, उन पर इस सैक्शन के तहत आरोप लगाया जा सकता है।



क्या आईपीसी सैक्शन 121 के तहत अपराधों पर मुकदमा चलाने के लिए कानून की कोई सीमा है?

नहीं, ऐसे अपराधों पर मुकदमा चलाने के लिए सीमाओं का कोई विशिष्ट क़ानून नहीं है। जब तक सबूत और गवाह उपलब्ध हैं तब तक मामले चलाए जा सकते हैं



इस अपराध के प्रमुख तत्व क्या हैं?

प्रमुख तत्वों में युद्ध छेड़ने या युद्ध छेड़ने के लिए उकसाने का इरादा और उस इरादे को आगे बढ़ाने के लिए की गई कार्रवाइयां शामिल हैं, जिसमें सशस्त्र गतिविधियां, साजिशें, या ऐसी गतिविधियों में दूसरों की सहायता करना और उकसाना शामिल हो सकता है।