चेक बाउंस के लिए एक केस दर्ज कराने की कोर्ट फीस
सवाल
उत्तर (1)
5 लाख के लिए अदालत शुल्क 10,000/- है न्यायालय की जिस अदालत में आपको केस दर्ज करना है वह शाखा क्षेत्र है जिसमें आपने अपना चेक जमा कर दिया है।
- बैंक से चेक बाउंस होने की सूचना प्राप्त होने के 30 दिनों के भीतर वैधानिक नोटिस भेजे। नोटिस की प्राप्ति की तारीख से 15 दिनों के भीतर दराज द्वारा भुगतान करने में विफलता; चेक को बाउंस होने के 30 दिनों के भीतर शिकायत दर्ज करने से पहले उसे एक वैधानिक नोटिस भेजें।
- एन.आई अधिनियम की धारा 138 के तहत प्रदान की गई सभी समय-सीमाओं का पालन करने के बाद, संबंधित मजिस्ट्रेट क समक्ष उस दिन से 30 दिनों के भीतर शिकायत करने की आवश्यकता होती है, जिस दिन चेक जारी करने वाले द्वारा पैसे के भुगतान के लिए 15 दिनों की अवधि समाप्त हो जाती है शिकायत पर शिकायतकर्ता द्वारा स्वयं हस्ताक्षर किए जाने की आवश्यकता है।
- जिस दिन शिकायत प्रस्तुत की जाती है, यदि शिकायतकर्ता के हलफनामे के साथ शिकायत की जाती है, तो संबंधित मजिस्ट्रेट शिकायत और दस्तावेजों की जांच करेगा और उचित लगने पर संज्ञान लेकर, अभियुक्त के खिलाफ समन जारी करेगा, जिनके खिलाफ मामला बनाया गया है। अभियुक्तों को अधिनियम की धारा 144 के अनुसार समन जारी किया जाएगा जैसा कि ऊपर स्पष्ट किया गया है।
- यदि अभियुक्त को समन तामील किया जाता है और अभियुक्त अदालत में पेश होता है, तो अदालत मुकदमे के दौरान उसकी उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए जमानत बांड भरने के लिए कहेगी (चूंकि धारा 138 के तहत अपराध एक जमानती अपराध है) जिसके बाद कोर्ट ट्रायल शुरू होगा।
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अनुवादित किया गया मूल उत्तर यहां पढ़ा जा सकता है।
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